कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की किताब पर विवाद दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। जिसमें कहा गया है कि खुर्शीद ने अपनी किताब में आईएसआईस की तुलना हिदुत्व से की है। हालांकि अपनी नई किताब में खुर्शीद ने कहा कि उन्होंने कही पर भी हिंदुत्व की तुलना ISIS से नहीं की है। लेकिन उसके बाद भी इस मुद्दे पर विवाद जारी है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम को संभोधित करते हुए खुर्शीद ने कहा कि हिंदू धर्म के दुश्मन वह लोग है जिंन्होंने हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश की है।
वहीं न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने सलमान खुर्शिद के हवाले से लिखा है कि -मैं कल्कि धाम का दौरा कर रहा हूं। अगर मुझे किसी धर्म से कोई शिकायत होती तो मैं यहां नहीं आता। मेरा मानना है कि हिंदू धर्म दुनियाका वाहक है। सलमान खुर्शिद ने कहा कि “ऐसा लगता है कि कुछ लोग हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। वे ही हिंदू धर्म के दुश्मन हैं और उन्हें डर है कि उनकी सच्चाई सामने आ जाएगी। वे हर उस किताब पर प्रतिबंध लगा देंगे जो उनकी सच्चाई को बाहर लाती है।
वहीं उन्होंने आगे कहा कि ISIS और बोको हराम ने जिस तरह से इस्लाम को बदनाम किया है उसकी तरह कुछ लोग हिंदू धर्म को बदनाम करना चाहते हैं। बोको हराम के द्वारा इस्लाम को बदनाम किए जाने के बाद भी किसी इस्लामिक अनुयायी ने इसका विरोध नहीं किया। मैने ISIS और हिंदूत्व को कभी एक नहीं कहा। मेरे कहने का मतलब था कि अगर उनकी अगर धर्म का गलत इस्तेमाल करने वाले किसी और धर्म में भी है तो वह भी वहीं काम कर रहे हैं जो ये संगठन कर रहा है।
इस बीच सलमान खुर्शिद की किताब ‘सनराइज़ ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन अवर टाइम्स’ के प्रकाशन, प्रसार और बिक्री पर रोक लगाने के लिए दिल्ली की एक अदालत में एक मुकदमा दायर किया गया है। समाज के एक बड़े तबके की भावनाओं को आहत करने के आरोप में दक्षिणपंथी समूह हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने यह मुकदमा दायर किया।