लखनऊ: बरसात के मौसम संचारी रोगों के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है। राजधानी में भी इसकी रोकथाम के लिए कई प्रभावी कदम उठाए जा रहे। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. के.पी. त्रिपाठी ने बताया है कि जुलाई से लेकर नवंबर तक संचारी रोगों का सीजन है, जिसमें मच्छरजनित बीमारी जैसे मलेरिया, डेंगू के केसेस ज्यादा मिलते हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग पहले से इसको लेकर सजग हैं। व्यापक स्तर पर नगर निगम, नगर विकास और पशुपालन विभाग ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया है।
हॉटस्पॉट चिन्हित कर बनाया गया माइक्रोप्लान
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा, ‘इस अभियान के तहत शहर और गांव में साफ़-सफाई का कार्य एवं फोगिंग और एंटी मरेरियल दवाओं का छिड़काव कराया गया है। राजधानी में वर्तमान में ये बीमारियां नियंत्रण में है। इसके अतिरिक्त हॉटस्पॉट के आधार पर माइक्रोप्लान बनाया गया है। इसके तहत पहले जिन इलाकों में इस तरह के केस निकले हैं उन सभी इलाकों में निरंतर एंटी मरेरियल दवाओं का छिड़काव और फोगिंग करवाई जा रही है।
अस्पतालों में डेंगू अलर्ट जारी
डॉ. के.पी. त्रिपाठी ने बताया है कि सभी अस्पतालों में डेंगू अलर्ट जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया, बड़े अस्पतालों को 30 बिस्तर का डेंगू वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आठ बेड का वार्ड बनाने को कहा गया है। उन्होंने जनता से निवेदन करते हुए कहा, ‘यदि कोई भी बुखार से ग्रसित है तो स्वंय इलाज़ न करे, अपने बुखार की जांच कराएं, फीवर हेल्प डेस्क पर जाएं, जांच कराएं और दावा खाएं। खुद भी सुरक्षित रहें और समाज को सुरक्षित रखने में योगदान दें।’