अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट धमाके के बाद अब सऊदी अरब में ड्रोन से अटैक हुआ है। जिसमें 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले में एक यात्री विमान को भी नुकसान हुआ है। सऊदी अरब की आधिकारिक मीडिया का कहना है कि ये हमला यमन में विद्रोहियों के खिलाफ जारी जंग के दौरान किया गया है। यमन और हूती विद्रोही और सऊदी की सेना के बीच युद्ध चल रहा है।
बता दें कि अभी तक किसी भी दल ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। ये दूसरी बार है जब सऊदी अरब पर इस तरह का हमला किया गया है। पहले भी जब एयरपोर्ट पर हमल किया गया था तो तब भी किसी संगठन ने कोई जिम्मेदारी नहीं ली थी। यमन में ईरान समर्थित शिया विद्रोहियों से लड़ने वाले सऊदी नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन ने हमले को लेकर कोई खास जानकारी नहीं दी है। सेना का कहना है कि उन्होंने ड्रोन को रोक दिया था। यमन के हूती विद्रोही 2015 से सऊदी के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन से जूझ रहा है। उसने सऊदी अरब के अंदर सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया है।
इस वक्त विद्रोहियों के निशाने पर वहां का इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी है। वहीं वह तेल के प्लांट को भी निशाना बना रहे हैं। यमन 1 अरसे से गृहयुद्ध झेल रहा है। हूती विद्रोहियों ने यमन की राजधानी सना पर कब्जा किया था। उसके बाद देश के ज्यादातर हिस्सों में इनकी हुकूमत हो गई। हमले की वजह से वहां के राष्ट्रपति आबेद्राब्बू मंसूर हादी देश छोड़ कर भाग गए थे। तब से सऊदी अरब , मंसूर हादी के समर्थन में है और हूतियों के खिलाफ जंग लड़ रहा है।