लखनऊ। देश की जरूरतों के लिए आने वाले समय में विदेशों से तेल और गैस का आयात कम हो सकता है। इसकी मुख्य वजह यह है कि देश में नए ऑयल और गैस के कुएं खोदने के लिए आधुनिक रिग का उत्पादन होने लगा है। जिससे कम समय में तेल कुओं की खुदाई हो सकती है।
गुरुवार को अहमदाबाद के पास ओएनजीसी के तेल कुओं से कच्चा तेल और गैस निकालने के लिए एमईआईएल ने यह आधुनिक रिग ओएनजीसी को सौंपी। मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स द्वारा बनाई गई देश की पहली ऐसी रिग है जिसका निर्माण पूरी तरह से देश में किया जा रहा है। इस दौरान एमईआईएल के मुख्य अधिकारी (ऑयल रिग्ज डिवीजन) एन कृष्ण कुमार ने बताया कि अभी तक जिन रिग्स का इस्तेमाल होता है उसमें कुएं खोदने और उनसे तेल निकालने में कई महीनों का समय लग जाता है। मगर इस रिग से एक हफ्ते के भीतर कुओं की खुदाई की जा सकेगी।
कुओं से कम समय में निकाला जा सकेगा कच्चा तेल
एमईआईएल द्वारा बनाई गई इस रिग के बेहद कम समय में अधिक से अधिक कुओं से तेल और गैस निकाली जा सकेगी। मौजूदा समय में देश में तेल और गैस के कई कुएं चिन्हित किए गए हैं। मगर पुरानी रिग द्वारा इन कुओं की खुदाई में कई महीनों का समय लग जाता है। जिसके कारण उत्पादन में समय लगता है। एमईआईएल ओएनजीसी को 6,000 करोड़ रुपये की कुल 47 ड्रिलिंग रिंग आपूर्ति करेगी। ये रिग गुजरात के अहमदाबाद, अंकलेश्वर, मेहसाणा, कैम्बे, असम के शिब सागर, जोरहाट, आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी, त्रिपुरा के अगरतला और तमिलनाडु के कराइकल स्थित ओएनजीसी के कुओं को सप्लाई करेगी। इस रिग से 4 किलोमीटर गहराई तक तेल कुओं की खुदाई की जा सकती है।