फतेहपुर: फतेहपुर जिले में कोबरा पुलिसिंग की पोल उस समय खुल गई, जब खुद पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह ने देर रात औचक निरीक्षण किया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने देखा कि रात में कई बाइक सवार फर्राटा भर रहे थे। साथ ही स्टंट भी कर रहे हैं। बस फिर क्या था यह देख एसपी का पारा चढ़ गया। मामले पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताते हुए कड़ी फटकार भी लगायी। पुलिस अधीक्षक का यह रूप देखकर चौकी इंचार्ज और पुलिसकर्मी सहमे से नजर आए।
बुधवार देर रात पुलिस अधीक्षक अपने वाहन से शहर में हो रही पुलिसिंग का जायजा लेने जा पहुंचे। वह राधानगर पुलिस चौकी से स्टेशन रोड पुलिस चौकी, मुराइन टोला, रोडवेज बस स्टैंड पुलिस चौकी, बाकरगंज पुलिस चौकी, आबू नगर पुलिस चौकी, जेल रोड पुलिस चौकी क्षेत्र का भ्रमण करने निकले।
एसपी ने देखा लापरवाही का नजारा
इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने देखा कि काफी रात हो जाने के बावजूद भी मोटरसाइकिल से तीन-तीन लोग घूम रहे हैं, जबकि इस दौरान ना तो कोई दुकानें खुली होती हैं और ना ही कोई संस्थान। साथ ही इन बाइक सवारों को रोककर पूछताछ भी नहीं हो रही है। बस फिर क्या था पुलिस अधीक्षक का पारा चढ़ गया और उन्होंने वायरलेस सेट पर सभी कोबरा और चौकी प्रभारी को बाकरगंज पुलिस चौकी पहुंचने के आदेश दिए।
यहां पर पहुंचने के बाद पुलिस अधीक्षक ने उनके क्षेत्र में क्या चल रहा है इसकी पोल खोलते हुए कोबरा पुलिस और चौकी प्रभारियों को कड़ी फटकार लगाई। कप्तान का रौद्र रूप देखकर सभी अपनी गलती पर पछता रहे थे। यहां पर पुलिस अधीक्षक ने कोबरा और चौकी प्रभारी को फटकार लगाते हुए कहा, बिना मतलब सरकारी बाइक और जीप का ईंधन ना बर्बाद करो बल्कि जो भी व्यक्ति अनावश्यक रूप से रात में बाइक से घूमता मिले उसे पकड़ो, थाने ले जाओ और पूछताछ करो, जिससे चोरी की घटनाएं ना होने पाएं।
गुड वर्क के सवाल पर सभी मौन
एसपी ने कहा, केवल कोबरा बाइक और जीप से ईंधन उड़ाने कर घूमने से अपराध नियंत्रण नहीं हो जाता, उसके लिए आपका काम भी दिखना चाहिए। कोबरा बाइक से गुड वर्क या बरामदी पूछने पर सभी की बोलती बंद रही।
देर रात यू-ट्यूब देखने में व्यस्त रहती है कोबरा पुलिस
कोबरा बाइक के जरिए कानून व्यवस्था नियंत्रित करने में आसानी होती है, बशर्ते वह सही से काम करें। रात के समय में कोबरा बाइक की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है, लेकिन इनकी लापरवाही के कारण ही कोबरा पुलिस कर्मियों की पोल खुल गयी। ये लोग केवल बाइक से घूमने और मोबाइल पर यू-ट्यूब देखने से ज्यादा कोई काम नहीं करते हैं। इस मामले में आबूनगर पुलिस चौकी नंबर एक पर है।