लखनऊ: मौसम का हाल खराब होते ही सबसे पहले बाढ़ का खतरा सामने देखने को मिलता है। उत्तर प्रदेश में भी 15 ऐसे जिले हैं, जहां स्थिति काफी भयावह बन गई है। प्रदेश के कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसी का परिणाम है कि 15 जिलों में बाढ़ का आतंक देखा जा रहा है।
प्रदेश के 247 गांव प्रभावित
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों की बात करने को गंगा नदी का कहर बदायूं, बलिया, गाजीपुर, यमुना नदी इटावा, जालौन, औरैया, हमीरपुर, बांदा में देखने को मिल रहा है। वहीं बेतवा नदी बांदा और हमीरपुर में, शारदा नदी पलियांकला खीरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गोंडा और आसपास के क्षेत्र भी काफी प्रभावित हुए हैं।
खबरों के अनुसार उत्तर प्रदेश के 247 गांव इस समय बाढ़ की चपेट में हैं। प्रदेश में 828 शरणालय बनाए गए हैं, जहां बाढ़ प्रभावित लोगों को रखा जा रहा है। इस काम में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के दो हेलीकॉप्टर भी लगाए गए हैं। लोगों तक राहत सामग्री और अन्य जरूरत की चीजें पहुंचाई जा रही हैं।
सरकारी जानकारी के अनुसार अभी तक 7015 सूखा राशन पैकेट वितरित कर लिया गया ।है दूसरी तरफ मौसम विभाग की तरफ से भी राहत मिलती भी नहीं दिखाई दे रही है। अगले 3 दिनों में बुंदेलखंड और पूर्वांचल के क्षेत्र में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।