नई दिल्ली। दिल्ली में बुधवार को प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के एक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रेस की आजादी की पैरवी की है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में मीडिया पर किसी भी प्रकार के दखल या दबाव गलत बताया है।
अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी बनी रहनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी अहम है इसलिए मीडिया में सरकार का दखल नहीं होना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि गलतियों से मीडिया का मूल्यांकन करना गलत है।
हाल में हुई पत्रकारों की हत्या का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “हत्या किसी की भी हो कष्टप्रद है, लेकिन पत्रकार तो सच सामने लाने की खातिर जान गंवा देते हैं और इसलिए उनकी हत्या कहीं अधिक गंभीर मामला है।”
अपडेट:-
- आपातकाल में मीडिया की आवाज दबाई गई
- देश सिर्फ वही नहीं जो टीवी पर दिख रहा है
- देश में सकारात्मक माहौल बन रहा है
- मीडिया में कई जगह राज्यों की रैंकिंग होती है
- सरकार, मीडिया की अपेक्षा का लाभ जनता को मिले
- सत्य उजागर करने वालों की हत्या चिंताजनक
- मीडिया की हत्या चिंताजनक
- सरकार-मीडिया दोनों ओर से बदलाव हो
- सरकार मीडिया में संवेदनहीनता न हो
- जो दिखता है उसके अलावा भी कुछ होता है
- आत्मनियंत्रण की व्यवस्था सही है
- गलतियों से मीडिया का मूल्यांकन नहीं होना चाहिए
- अभिव्यक्ति की आजादी सबसे अहम