लखनऊः हिंदू धर्म का गुप्त नवरात्रि पर्व आज से शुरू हो गया है। इस बार आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि 11 जुलाई 2021 दिन रविवार से शुरू होकर 18 जुलाई 2021 दिन रविवार को समाप्त होगीl कलश स्थापना के साथ आज से नौ दिनों तक आदि शक्ति के 9 स्वरूपों की पूजा की जाएगा। मान्यता है कि इस दौरान पूजा- पाठ करने से भक्तों के सारी इच्छाएं पूर्ण होती हैंl
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस साल कलश स्थापना की शुरुआत सर्वार्थ सिद्धि योग से हो रही है। पूजा के लिए आर्द्रा नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। जिसे काफी अच्छा माना गया है।
कलश स्थापना शुभ मुहूर्त
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 5.31 बजे से शुरू होकर शाम 7.47 पर समाप्त होगा।
पूजन विधि
सबसे पहले गुप्त नवरात्रि की पूजा का संकल्प लें। इसके बाद पूरे विधि-विधान से कलश की स्थापना करें। कलश स्थापित करने के बाद मां आदि शक्ति की तस्वीर को पाट पर रखें। ध्यान रखें पाट साफ-सुथरा होना चाहिए। इसके साथ ही मिट्टी के पात्र में जौ के बीज को बोएं। जिसे हर दिन जल से सीचते रहें। अंतिम दिन अष्टमी और नवमी के दिन कन्याओं को खाना खिलाएं और गरीबों को दान करें।
पूजा सामग्री लिस्ट
गुप्त नवरात्रि में पूजा के लिए रेत, सात तरह के अनाज, सिक्का, सुपारी, पान, हल्दी, रोली, चंदन, रक्षा, जौ, कलश, अक्षत, पुष्प, मौली, फल आदि सामग्री की जरूरत पड़ती है।