लखनऊ: राजधानी लखनऊ से अलग-अलग हिस्सों में रोडवेज बस का संचालन पिछले कुछ दिनों से लगातार प्रभावित हो रहा है। इसके पीछे मुख्य वजह जरूरी उपकरणों की कमी है। बसों की मरम्मत करने के लिए सामान डिपो में उपलब्ध नहीं है। इसी के कारण वर्कशॉप में सभी बसों को रोक दिया गया है।
यात्रियों को हो रही परेशानी
पहले जहां समय पर यात्रियों को बस मिल जाया करती थी, अब उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ता है। कैसरबाग से बक्सर, चारबाग से मथुरा, आलमबाग से गौरीफंटा, मोहान रोड से मौरावां, आलमबाग से गया, चारबाग से बांदा, आलमबाग से पटना जैसे रास्तों पर बसों का संचालन प्रभावित हुआ है।
ऐसी करीब 3300 बसें हैं, जिनके जरूरी कलपुर्जे मरम्मत के लिए डिपो में उपलब्ध नहीं हैं। ऐसी हालत में उन्हें खड़ा रखा गया है। लगातार बसों की घटती संख्या यात्रियों के लिए परेशानी का बड़ा कारण बनती जा रही हैं। मुख्य प्रभावित और रूटों की बात करें तो बहराइच, दिल्ली, गोरखपुर, फतेहपुर, गोंडा और बलरामपुर की तरफ जाने वाली रोडवेज बस इन दिनों प्रभावित हुई हैं।
400 बसें नीलामी की श्रेणी में
इंडिगो के अंदर कई ऐसी बस हैं, जो काफी पुरानी हो सकती हैं। उन्हें सड़क पर दोबारा उतारना खतरे से खाली नहीं है। ऐसे में इन्हें नीलामी की श्रेणी में डाल दिया गया है। नई बसों की खरीद भी अटकी हुई है। वर्ष 2018 में 588 बसों की चेसिस खरीदी गई थी। इसके बाद 2019-20 में 1000 नई बसों को खरीदने का प्रस्ताव सामने आया, लेकिन खरीद प्रक्रिया पर कोरोना के कारण ब्रेक लग गया।