लखनऊ: यूपी में पिछले कई महीने से किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है। किसान लगातार सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठा रहे है। आज राजेश सिंह चौहान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन ने यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की, राज्यपाल से मिलकर प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन सौंपा।
क्या कहा किसानों ने
- अघोषित आपातकाल को देश से खत्म किया जाए
- कानून रद्द होने तक किसान आंदोलन करते रहेंगे
- आज से किसान आंदोलन का आठवां महीना शुरू हो गया
- पिछले 7 माहीने से पूरे देश में किसान आंदोलन कर रहे हैं
आज पूरे देश के गर्वनर को सौंपा गया ज्ञापन
किसान आंदोनल के तहत पूरे देश के गवर्नरों को ज्ञापन सौंपा है। किसानों ने कहा कहा हमें देश में अन्नदाता कहा जाता है। 74 सालों से हम अपनी जिम्मेदारी निभा रहे है। हम आजादी के बाद से 35 करोड़ लोगों का पेट भरहे थे और आज 140 करोड़ लोगों का पेट भर रहे है। कोरोना महामारी के दौरान जब देश की अर्थव्यवस्था कमचोर हुई तो हम भी ने अपनी जान की परवाह किए बिना अन्न का उत्पादन किया।
तीनों काले कानून वापस लेने तक होगा आंदोलन
भारत सरकार ने हम पर तीन काले कानून थोपे है। यह कानून हमारी नस्ल और फसलों को बर्बाद कर देगा। हम से हमारी खेती छीन कर कंपनियों को दे दी जाएगी। सरकार के तीनों कृषि कानून अलोकतांत्रिक है। देश में किसानों का उत्पीड़न हो रहा है। इसकों लेकर हमने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है।