twitter और भारत सरकार के बीच कुछ समय सब कुछ सही नहीं चल रहा है। दोनों के बीच एक नया विवाद रोज जन्म ले रहा है। आज twitter पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के अकाउंट से ब्लू टिक हटाने को लेकर काफी विवाद हुआ।
उपराष्ट्रपति का अकाउंट दोबार वैरिफाई हुआ
हालांकि कुछ समय बाद ट्वीटर ने उपराष्ट्रपति के अकाउंट को ब्लू टिक वापस दे दिया गया। लेकिन यह मामला इतनी जल्दी शांत होने वाला नहीं था। उपराष्ट्रपति के बाद आएएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ भी यही हुआ उनका भी ट्वीटर अनवैरीफाइड कर दिया गया।
ट्विटर ने उप राष्ट्रपति के अकाउंट को तो वैरिफाई कर दिया। लेकिन इसके कुछ समय बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के अकाउंट से भी ब्लू टिक हटा दिया। इसके बाद एक एक करके कई बड़े नामों के अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया गया। कृष्ण गोपाल, सुरेश सोनी, सुरेश जोशी और अरुण कुमार के अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया गया।
अमेरिका से हुई थी शुरुआत
सोशल मीडिया और सरकार के बीच तकरार अमेरिका से शुरू हुई थी। जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट को ट्विटर ने सस्पेंड कर दिया था। आज फेसबुक ने अमेरिकी संसद में दंगे भड़काने के आरोप में फेसबुक ने पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के अकाउंट को अगले 2 साल के लिए सस्पेंड कर दिया।
कंगना राणावत का अकाउंट संस्पेड किया था
ट्वीटर ने अचानक एक्ट्रेस कंगना राणावत का अकाउंट हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिया था। जिसके बाद काफी बवाल हुआ था।
बीजेपी प्रवक्ता पर भी लिया था एक्शन
बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस के खिलाफ एक ट्ववीट किया था। पात्रा ने कांग्रेस पर फर्जी टूल किट विवाद पर निशाना साधने की कोशिश की थी। इस मामले ने ट्विटर ने संबित पात्रा के ट्वीट को मैनुपुलेटेड करार दिया था। उसी शाम को दिल्ली आईटी सेल ने ट्वीटर के दफ्तर पर छापा मारा था।
कार्रवाई करेगी भारत सरकार
खबरों की माने तो आई मंत्रालय इसके लिए ट्वीटर को दोषी मान रहा है। मंत्रालय ट्वीटर के खिलाफ कार्रवाई भी कर सकती है। आईटी मंत्रालय आज ट्वीटर को नोटिस भेजा जाएगा। ट्वीटर से पूछा जाएगा कि बिना जानकारी के अकाउंट कैसे अनवैरिफाई किए जा रहे है।
पूरे मामले पर ट्वीटर इंडिया ने सफाई देते हुआ कहा था कि उपराष्ट्रपति का अकाउंट काफी समय से लॉगइन नहीं किया गया था इसी वजह से ब्लू टिक हटाया गया था।