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महापौर और पार्षदों को सीएम योगी ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी, जानिए क्या है अपील

महापौर और पार्षदों को सीएम योगी ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी, जानिए क्या है अपील

लखनऊ: जनप्रतिनिधियों का यह कर्तव्य होता है कि वह समाज की बेहतरी में सदैव योगदान देते रहें। इसी को ध्यान में रखकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी महापौर और पार्षद से एक विशेष अपील की। महामारी के इस दौर में जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी कई गुना बढ़ जाती है।

सभी गोद लें एक सीएचसी या पीएचसी

दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेश के सभी महापौर और पार्षदों के साथ ऑनलाइन संवाद किया था। इस दौरान कई आधारभूत व्यवस्थाओं को और बेहतर करने पर जोर दिया गया। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से 1-1 सीएचसी या पीएचसी को गोद लेने की भी अपील की। कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद पूरा सिस्टम बिगड़ गया था। स्वास्थ्य सुविधाओं पर इसका सबसे बुरा असर हुआ। अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है, लेकिन भविष्य की और देखते हुए सीएम योगी ने महापौर, पार्षदों और स्थानीय निकाय के अध्यक्ष से यह विशेष अपील की।

दुरुस्त करें क्षेत्र की व्यवस्थाएं

इतना ही नहीं सीएम ने कुछ आधारभूत व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आम लोगों के लिए शुद्ध पेयजल, सड़क, जल निकासी की सुविधा, सीवेज जैसी व्यवस्थाएं बहुत जरूरी है। बरसात के मौसम में खराब सड़क और जल निकासी की समस्या का सामना एक बड़ी आबादी को करना होता है। इसीलिए यह सभी जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है कि वह लोग अपने क्षेत्र का नियमित निरीक्षण और समीक्षा करते रहें। विशेषकर साफ सफाई पर ज्यादा जोर देने की आवश्यकता है क्योंकि गंदगी से फिर सारी समस्या पैदा होती है।

बता दें कि विधायक और सांसद पहले से ही एक-एक गांव गोद लेते रहे हैं। यह व्यवस्था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य आदर्श ग्राम बनाने का था, इसी क्रम में सांसद आदर्श ग्राम योजना की भी शुरुआत की गई थी। जिसमें 1-1 सांसद गांव को गोद लेकर उसे बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाता है।

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