लखनऊ: उत्तर प्रदेश में स्थिति धीरे-धीरे सुधारने लगी है। नए संक्रमित मरीज काफी कम मिल रहे हैं और अस्पताल से ठीक होने वाले लोगों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है। इसी का परिणाम है कि रिकवरी रेट 96.6% हो गया है इसके पीछे सीएम योगी का 3T मॉडल भी काफी हिट हुआ है।
क्या है 3T मॉडल
दरअसल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कुछ विभिन्न क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया। विशेषकर ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट को जोर देकर कोरोना से जंग जीत जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर बाहर से आने वाले लोगों की ट्रेसिंग हो रही है। कोरोना जांच को भी काफी तेजी से बढ़ाया गया है। इसके साथ ही ट्रीटमेंट के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर अन्य सुविधाओं को उपलब्ध करवाने के सभी इंतजाम किये गये।
दूसरी लहर में हालांकि लोगों को शुरुआत में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके बाद धीरे-धीरे संक्रमण पर नियंत्रण पाया जा रहा है। महामारी के बीच उत्तर प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन न लगाकर, आंशिक कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्देश दिया गया था। 1 जून से कई जिलों में इससे राहत दी जा रही है। हालांकि 20 ऐसे जिले अभी भी हैं, जहां पहले की तरह कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा।
रविवार को तीन लाख से अधिक टेस्ट
आंकड़ों की बात करें तो रविवार को 3,12,000 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया। इसके बावजूद प्रदेश में 24 घंटे के भीतर सिर्फ 1497 नए मरीज सामने आए। वहीं रिकवरी रेट बढ़कर 96.6% पर पहुंच गया। इन सबके बीच अब वैक्सीनेशन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। 1 जून से प्रदेश में 18 वर्ष से ऊपर के लोगों का तेजी से टीकाकरण शुरू हो जाएगा। लखनऊ में भी कई जगहों पर मेगा वैक्सीनेशन कैंप लगाए गए हैं। जहां भारी संख्या में लोग टीकाकरण का फायदा उठा सकेंगे।