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खतरे में पड़ी में जान तो ऑर्गेनिक फूड की बढ़ी डिमांड

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  • प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए फायदेमंद है ऑर्गेनिक फूड

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में कोरोना की दूसरी लहर का आंतक देख लोगों के जहन में अभी भी दशहत कायम है। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए लोग इन दिनों अपनी सेहत का भी खास ख्याल कर रहे हैं। भयावाह संक्रमण से बचने के लिए अब लखनऊवासियों को रुझान का रुझान ऑर्गेनिक की तरफ बढ़ाने लगा है।‌

यही वजह है कि शहर की थोक मंडियों के अलावा स्थानीय स्तर पर लगने वाली मंडियों, सुपर स्टोर व दुकानों में  ऑर्गेनिक फल सब्जी और अंडे की डिमांड कहीं हद तक बढ़ चुकी है। ऐसे में चिकित्सक भी मानते हैं की शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए ऑर्गेनिक फूड बेहद फायदेमंद भी है साथ ही वह लोगों को ऑर्गेनिक फूड लेने की सलाह भी दे रहे हैं। ‌

केमिकल्स का नहीं होता इस्तेमाल

इफको के जनसंपर्क अधिकारी विनीत कुमार शुक्ला ने बताया कि ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों में केमिकल्स का इस्तेमाल नहीं होता है। इसके अलावा इन पदार्थों में किसी तरह के रसायन आज का भी प्रयोग नहीं किया जाता है। जिसे आम भाषा में जैविक खेती भी कह सकते हैं।

ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थ ऑर्गेनिक फॉर्म में ही उगाए जाते हैं। अमूमन ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों और आम खाद्य पदार्थों के बीच फर्क कर पाना बेहद मुश्किल होता है। क्योंकि इनका रंग और आकार एक जैसा दिखाई देता है।

स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

उन्होंने बताया कि, बाजार में तमाम तरह के फल और सब्जियां बिक्री के लिए आती हैं। जबकि वह देखने में फ्रेश लगती है। मगर वह ऑर्गेनिक है या नहीं। खासतौर पर ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थ सर्टिफाइड होते हैं। इन पदार्थों सर्टिफाइड स्टीकर भी लगा होता है। इनका स्वाद भी साधारण खाद्य पदार्थों से भी अलग होता है।

ऑर्गेनिक मसालो की सुगंध साधारण मसालों की तुलना में काफी तेज होती है। यही वजह है ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थ जल्दी पक जाते हैं‌‌। और स्वास्थ्य के प्रति फायदेमंद होते हैं। तो कृषि विभाग के मुताबिक, आमतौर पर ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थो में जहरीले तत्व नहीं होते।

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छत पर ऑर्गेनिक खेती करती मलिहाबाद गांव की महिला किसान

इनमें केमिकल्स, पेस्टिसाइड्स, ड्रग्स जैसे चीजों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। आमतौर पर खाद्य पदार्थों में पेस्टिसाइड्स का इस्तेमाल लोग हद से ज्यादा करते हैं। जिन्हें कई तरह की बीमारियों के बढ़ने का खतरा हमेशा बना रहता है।

प्रतिरोधक क्षमता होती बूस्ट

होम्योपैथिक डॉक्टर रत्नाकर त्रिपाठी ने बताया कि पारंपरिक खाद्य पदार्थों की अपेक्षा ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों में 50 फ़ीसदी पौष्टिक तत्व होते हैं। इनमें विटामिन, प्रोटीन, मिनिरल्स, कैल्शियम और आयरन होता है।

ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों के इस्तेमाल से शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।  ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थ आम तरीके से उगाई जाने वाली फसल के मुकाबले ज्यादा पौष्टिक होती है। इनमें मौजूद न्यूट्रिशन दिल की बीमारी, माइग्रेन ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचाते हैं।

जैविक खाद का इस्तेमाल

इफको के अधिकारियों के मुताबिक, किसान भी ऑर्गेनिक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। अब किसान जैविक खाद की मदद से फसल उगाने में खेतों पर पसीना बहा रहे हैं। जबकि खतपतवार नाशक के लिए वह जैविक खाद्य पदार्थों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। खासतौर पर लखनऊ, सीतापुर, हरदोई और उन्नाव जिले में किसान जैविक खाद की मदद से अपनी फसल तैयार कर रहे हैं।

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