RDIF और भारतीय बायोटेक कंपनी पैनेसिया बायोटेक लिमिटेड ने वैक्सीन Sputnik V का उत्पादन शुरू कर दिया है। जिस बात की जानकारी RDIF ने बयान जारी कर दी। बता दें रूस द्वारा विकसित ये वैक्सीन कोरोना के खिलाफ बड़ी कारगर मानी गई है। जिसकी पैनेसिया बायोटेक अब हर साल देश में 10 करोड़ डोज बनाएगी।
हर साल 10 करोड़ डोज का उत्पादन
पैनेसिया बायोटेक ने अप्रैल में कहा था कि वो हर साल Sputnik V की 10 करोड़ डोज का उत्पादन करेगी। वहीं RDIF ने बयान में कहा कि पैनेसिया बायोटेक द्वारा बनाई गई वैक्सीन का पहला बैच क्वालिटी कंट्रोल्स के लिए Sputnik V को विकसित करने वाले रूस के इंस्टीट्यूट गैमेलिया को भेजा जाएगा। और फुल स्केल प्रॉडक्शन इस साल गर्मियों में शुरू होने की उम्मीद है।
स्पुतनिक- V वैक्सीन 91.6% कारगर
स्पुतनिक- V को मॉस्को के गमलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ने तैयार किया है। जिसे 2-8°C पर स्टोर किया जा सकता है। स्पुतनिक V भी एक वायरल वेक्टर वैक्सीन है, लेकिन इसमें और बाकी वैक्सीन में एक बड़ा फर्क ये है कि बाकी वैक्सीन को एक वायरस से बनाया गया है, जबकि इसमें दो वायरस हैं और इसके दोनों डोज अलग-अलग होते हैं। स्पुतनिक V को भारत ही नहीं बल्कि हर जगह अब तक की सबसे प्रभावी वैक्सीन माना गया है। दरअसल स्पुतनिक V 91.6 % प्रभावी है। ऐसे में इसे सबसे अधिक प्रभावी वैक्सीन कहा जा सकता है।
3 चरणों में होगा स्पुतनिक का उत्पादन
भारत में स्पुतनिक का उत्पादन 3 चरणों में किया जाएगा। सबसे पहले रूस से आपूर्ति, पूरी तरह से निर्मित जो पहले ही शुरू हो चुकी है। दूसरा RDIF थोक में वैक्सीन भारत भेजेगा। ये उपयोग के लिए तैयार होगा लेकिन इसे भारत में विभिन्न बोतलों में भरना होगा। तीसरे चरण में रूसी पक्ष भारतीय कंपनी को प्रौद्योगिकी हस्तांतरित करेगा। और भारतीय कंपनी इसका पूरी तरह से भारत में उत्पादन करेगी। इन तीनों को मिलाकर लगभग 85 करोड़ डोज होंगी।