अयोध्या: रामनगरी अयोध्या धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित की जा रही है। योगी सरकार के प्रयास से यहां अंतर्राष्ट्रीय रामायण संग्रहालय बनाने की तैयारी है। जहां भगवान राम के जीवन से जुड़े सभी पहलुओं के दर्शन होंगे।
संस्कृति विभाग ने की 10 एकड़ जमीन फाइनल
उत्तर प्रदेश में अयोध्या को विश्व-पटल पर भी प्रस्तुत करने की तैयारी हो रही है। राम मंदिर के निर्माण के बाद यहां के पर्यटन में भी तेजी देखने को मिलेगी। इसीलिए योगी सरकार एयरपोर्ट से लेकर कई विश्वस्तरीय सुविधायें उपलब्ध करवा रही है।
रामसनेही घाट के पास लखनऊ और दिल्ली के बीच अंतर्राष्ट्रीय रामायण संग्रहालय बनाने की तैयारी है। संग्रहालय के माध्यम से श्रीराम के जीवन काल के अलग-अलग प्रसंगों को दिखाया जाएगा। श्रद्धालु यहां से भगवान राम के जीवन को और नजदीकी से देख सकेंगे।
बनेगा रामायण संग्रहालय और सांस्कृतिक केंद्र
अयोध्या के विकास कार्य को लेकर योगी आदित्यनाथ काफी गंभीर रहते हैं। यहां के धार्मिक पर्यटन और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। भव्य राम मंदिर के साथ-साथ रामायण संग्रहालय और सांस्कृतिक केंद्र बनाने की भी तैयारी है, जिसे लखनऊ अयोध्या राजमार्ग पर बनाया जाएगा।
इसके लिए 10 एकड़ की जमीन चिन्हित कर ली गई है, जिस पर निर्माण कार्य जल्दी ही शुरू होगा। इस परिसर में कला संस्कृति, हस्तशिल्प, रामायण विश्वयात्रा, राम वनगमन मार्ग, पुस्तकालय, शोध और प्रकाशन केंद्र, रामायण आधारित कला वीथिका, रामलीला इत्यादि का निर्माण करने की योजना है।
होगा रामचरितमानस का अनवरत गायन
संग्रहालय परिसर में अयोध्या की तरह 24 घंटे रामचरितमानस का गायन होगा। इसके साथ ही वीडियो के माध्यम से भगवान की जीवनगाथा दर्शायी जायेगी। राम वनगमन के अलग-अलग दृश्यों को दिखाती हुई 200 से अधिक वीडियो भी प्रदर्शनी का हिस्सा होंगी। पंचवटी के क्षेत्र को भी वैसे ही तैयार करने की योजना है। इस पूरे निर्माण कार्य से जुड़ा डीपीआर आईआईटी खड़गपुर द्वारा तैयार किया जा रहा है।