लखनऊ: पंजाब के रोपड़ जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट ले जाने वाली एंबुलेंस के मामले ने जोर पकड़ लिया है।
इस एबुंलेंस का बाराबंकी कनेक्शन सामने आया है। इस मामले में मऊ के श्याम संजीवनी अस्पताल की मालिक डॉक्टर अलका राय पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
बाराबंकी में दर्ज हुई एफआईआर
एआरटीओ की तरहीर पर बाराबंकी की नगर कोतवाली में डॉ. अलका राय पर नामजद एफआईआर दर्ज हुई है।
डॉक्टर अलका राय पर जालसाजी, धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने के विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
एंबुलेंस का पता निकला फर्जी
गौरतलब है कि डॉक्टर अलका राय ने परिवहन विभाग को मऊ के संजीवनी हास्पिटल का लेटर दिया था। लेकिन जब जांच हुई तो पता चला कि जिस पते पर एंबुलेंस रजिस्टर्ड है वो पता फर्जी है। ये एबुंलेंस बाराबंकी के पते पर रजिस्टर्ड थी। वहीं एंबुलेंस का फिटनेस भी 31 जनवरी 2017 को खत्म हो गया था।
बता दें कि 23 जनवरी 2020 को परिवहन विभाग ने मऊ की डॉक्टर अलका राय को नोटिस भेजा था, लेकिन ये मामला बाद में शांत हो गया था। डॉक्टर अलका राय के वोटर कार्ड के आधार पर रजिस्टर हुई थी।
‘अपराध में लिप्ट सभी पर होगी कार्रवाई’
वहीं बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक जमुना प्रसाद ने बताया कि विगत कई दिनों से एक एंबुलेंस की चर्चा हो रही थी। उन्होंने बताया कि एंबुलेंस के रजिस्ट्रेशन में लगे कागजात भी फर्जी पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में कौन-कौन शामिल है उन सभी की जांच की जाएगी। एसपी ने बताया कि एंबुलेंस प्रकरण में डॉ. अलका राय पर केस दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही हैष
विपक्ष को मिला हथियार
दरअसल सियासी गलियारे में सारे साजो सामान से लैस इस एयरकंडीशन और बुलेटप्रूफ एंबुलेंस के खूब चर्चे हो रहे हैं। विपक्ष को योगी सरकार पर हमला करने का एक नया हथियार मिल गया है। वहीं सरकार ने कहा है कि सपा और कांग्रेस के कारण ही मुख्तार अंसारी इतना बड़ा माफिया डॉन बना है। सरकार ने कहा है कि वो पूरे मामले की जांच करवाकर दोषियों पर कार्रवाई करेगी।
विदित हो कि माफिया डॉन मुख्तार अंसारी मऊ विधानसभा सीट से बसपा का विधायक है। मुख्तार अंसारी पर कई केस दर्ज हैं। इसके अलावा उसके ऊपर बीजेपी सांसद कृष्णानंद राय की हत्या का भी आरोप लगा था, लेकिन इस केस में वो बरी हो गया था।