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एविन एन्फलूएंजा, जापान में एविन एन्फलूएंजा नामक बर्ड फ्लू के चलते 77 हज़ार मुर्गियों को मारने का आदेश

hens e1615879442322 एविन एन्फलूएंजा, जापान में एविन एन्फलूएंजा नामक बर्ड फ्लू के चलते 77 हज़ार मुर्गियों को मारने का आदेश

जापान – जापान में बर्ड फ्लू ने आतंक मचा रखा है जिसके चलते जापान में 77 हज़ार मुर्गियों को मार दिया जायेगा। जापानी मीडिया के मुताबिक़ जनवरी में जापान के कृषि और मत्स्य मंत्रालय ने नवंबर में शुरू हुए एविन एन्फलूएंजा के नए प्रकोप पर यह बड़ी बात कही थी।

सबसे ज़्यादा असर टोचिगी प्रान्त के फार्म हाउस में –
रिपोर्ट के मुताबिक़ एविन एन्फलूएंजा नामक बर्ड फ्लू का सबसे ज़्यादा प्रकोप टोचिगी प्रान्त के एक फार्म हाउस में देखा गया है। जिसके चलते फार्म हाउस से लगभग 2.5 किलोमीटर दूर एक जगह पर क्वारंटीन क्षेत्र स्थापित किया गया है। इसके अतिरिक्त 10 किलोमीटर की सीमा में अंडो और पोल्ट्री प्रोडक्ट्स के निर्यात पर बैन लगा दिया गया है। इसके अलावा एविन एन्फलूएंजा से सुरक्षा के सभी इंतज़ाम किये गए है।

एविन एन्फलूएंजा ने तोड़े अब तक के सारे रिकॉर्ड –
जापान के कृषि और मत्स्य मंत्रालय ने कहा है कि एविन एन्फलूएंजा ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। बता दें कि जापान के 47 प्रांतो में 17 प्रांत बर्ड फ्लू के इस नए प्रकोप से प्रभावित है। टोचिगी प्रांत से पहले जापान के चीबी, कगवा, फुकुओका, हयोगो, मियाजाकी, हिरोशिमा, नारा, ओइता, वकायमा, शिगा, और तोकुशिमा में भी इस बर्ड फ्लू की पहचान की गई है। बर्ड फ्लू या एविएन इन्फ्लूएंजा एक संक्रामक बीमारी है। बर्ड फ्लू की बीमारी पक्षियों से इंसानों में फैल सकती है। एवियन इन्फ्लुएन्जा की सबसे आम शक्ल H5N1 है। किसी संक्रमित पक्षी के लार, बलगम और मल के सीधे संपर्क में आने से संक्रमण का प्रसार इंसानों में हो सकता है। समय पर संक्रमण का इलाज न कराने से बर्ड फ्लू खतरनाक हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक H5N1 का पहला मामला 1997 में हॉन्ग कॉन्ग से सामने आया था।

 

 

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