अमेरिका – बता दे कि भारत-पाकिस्तान के बीच जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर युद्धविराम को लेकर सहमति बन गई है। दोनों देशों के बीच युद्धविराम के इस समझौते की अमेरिका द्वारा तारीफ की गयी है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने इसे एक सकारात्मक कदम बताते हुए कहा कि यह कदम दोनों देशों के बीच आगे संवाद के लिए एक अवसर प्रदान करेगा।
इस विषय पर क्या कहना है जेन साकी का –
बताया जा रहा है कि भारत पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी नहीं करने पर राजी हो गए है। दोनों देशों के बीच 2003 का युद्धविराम समझौता अब सख्ती से लागू होगा। अमेरिका ने एलओसी पर गोलाबारी रोकने के कदम की तारीफ की है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि भारत-पाकिस्तान एलओसी पर सीजफायर के कड़े नियमों का पालन करने पर सहमत हुए है। यह दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता की दिशा में एक सकारात्मक कदम है जो हमारे साझा हित में है। हम दोनों देशों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते है।
फिलहाल LoC पर सैनिकों की तैनाती में नहीं होगी कमी –
बताया जा रहा है कि भारत LoC पर सैनिकों की तैनाती में अभी कोई कमी नही करेगा, क्योंकि पाकिस्तान ने आतंकवाद को अभी तक नही रोका है। भारतीय सेना ने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद कर देगा। भारतीय सेना ने कहा कि हमारा प्रयास शांति और स्थिरता हासिल करना है जो क्षेत्र के लिए फायदेमंद है। साथ ही विशेष रूप से एलओसी के किनारे रहने वाली आबादी के लिए यह हिंसा के स्तर को नीचे लाने का एक प्रयास है। सेना ने कहा कि हमारे पास पाकिस्तान के साथ कड़वे अनुभवों का इतिहास है।एलओसी पर शांति दोनों देशों के लिए पारस्परिक रूप से फायदेमंद है। गौरतलब है कि साल 2003 में भारत और पाकिस्तान के बीच एलओसी पर युद्धविराम को लेकर समझौता हुआ था। लेकिन पिछले कई सालों से इस पर अमल नहीं किया जा रहा था। अब दोनों देश इस पर अमल करने के लिए तैयार हो गए है।