- भारत खबर || नई दिल्ली
हाथरस गैंगरेप प्रकरण पर इन्वेस्टिगेशन टीम ने अपनी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपी है। जिसमें आप गृह सचिव भगवान स्वरूप की देखरेख में एसआईटी की रिपोर्ट तैयार है। सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि आज वो रिपोर्ट मुख्यमंत्री के पास पहुंचेगी। जिसमें आज कुछ भी बड़ी सच्चाई का खुलासा हो सकता है।
गौरतलब है कि हजरत गैंगरेप का मामला इस समय राजनीति में भी उफान पकड़ रहा है। अन्य राजनीतिक दलों के द्वारा विरोध प्रदर्शन में केंद्र सरकार राज्य सरकार के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं।इसी के साथ साथ जगह-जगह पर भारी विरोध प्रदर्शन व हंगामा भी देखा जा रहा है। देश की जनता में आक्रोश का माहौल व्याप्त है। अभी का सवाल यह है कि आखिर हाथरस गैंगरेप का करण का मामला क्या है और इसके गुनाहगार कौन हैं। इस प्रकरण को लेकर एसआईटी दिन रात कड़ी मशक्कत कर रही है। एसआईटी ने गैंगरेप पीड़िता के परिवार के बयान दर्ज किए हैं।
बताते चलें कि हाथरस गैंगरेप प्रकरण को लेकर दिन प्रतिदिन नई रिपोर्ट सामने आ रही है। अभी जेएनएमयू के डॉक्टरों की रिपोर्ट के अनुसार महिला के साथ दुष्कर्म की घटना से इंकार कर दिया गया था।डॉक्टरों का कहना था कि महिला के साथ किसी भी प्रकार का दुष्कर्म नहीं हुआ है। उसके शरीर में किसी भी प्रकार के वीर्य की पुष्टि नहीं हुई की मौत मारपीट व बल के कारण हुई है।
इन सभी रिपोर्ट को संज्ञान में लेकर एसआईटी प्रतिदिन नए-नए खुलासे कर रही है। और इसके तथ्यों को ढूंढने के लिए मोबाइल वेबसाइट आदि की जांच भी कर रही है सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि पीड़िता के भाई और उसकी पत्नी आरोपी संदीप से लगातार बातें करते थे। बातचीत का सिलसिला दिनांक 13 अक्टूबर 2019 से 20 मार्च 2020 तक चला। उत्तर प्रदेश प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी संदीप के मोबाइल पर लगभग 62 बार कॉल की गई ।आरोपी संदीप के मोबाइल से पीड़िता के भाई पर भी 42 बार कॉल आई थी। इस सूचना के मिलते ही प्रशासन में खलबली सी मच गई और नए-नए मुद्दे दिन प्रतिदिन सामने आ रहे हैं।
प्रदेश सरकार इस पर सीबीआई जांच कराएगी। इस प्रकरण पर सीबीआई जांच कराएगी सीबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक यह जान पाना आसान होगा कि असल आरोपी कौन है। बताते चलें कि सुप्रीम कोर्टका कहना है कि इस प्रकरण की जांच अदालत अपने दिशा निर्देशन में कराये। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि पीड़िता के परिवार बार-बार सीबीआई जांच कराने से इंकार कर रहे हैं। जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है उनके परिवार का कहना है कि हमारे लड़के बेगुनाह हैं। इस पर नार्को टेस्ट भी होना चाहिए। उन्हें बेवजह फंसाया जा रहा है।