उत्तराखंड – बता दे कि केंद्रीय नेतृत्व से उत्तराखंड में मंत्रिमंडल के विस्तार को हरी झंडी मिल गई है। केंद्रीय नेताओं की सहमति के बाद अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कभी भी कैबिनेट में खाली सीटों को भर सकते हैं। साथ ही कैबिनेट विस्तार की कवायद में मंत्रियों के विभागों में फेरबदल भी संभव है।
प्रदेश में लम्बे समय से खाली चल रहे थे तीन मंत्री पद –
प्रदेश में लंबे समय से मंत्रिमंडल विस्तार प्रस्तावित है। मंत्रिमंडल गठन के समय से ही मंत्रियों के दो पद खाली चल रहे थे। पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद मंत्रियों के खाली पदों की संख्या बढ़कर तीन हो गई। भाजपा कोर कमेटी की बैठक में कैबिनेट विस्तार मुख्यमंत्री के विवेक पर छोड़ दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कैबिनेट विस्तार की संभावना के संकेत दिए थे लेकिन कैबिनेट विस्तार से पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा करने की बात कही थी।
तीन नए मंत्री के साथ विभागों में भी फेरबदल संभव –
त्रिवेंद्र मंत्रिमंडल में तीन नए चेहरे शामिल होंगे। मंत्रियों के विभागों में फेरबदल भी होगा। तीन नए चेहरों को शामिल करने में वरिष्ठता, क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को ध्यान में रखा जाएगा। चुनावी साल में मुख्यमंत्री अपने विभागों की जिम्मेदारी को मंत्रियों में बांटेंगे। उनके पास वर्तमान कई विभागों की जिम्मेदारी है। चुनावी साल में उन्हें पूरे प्रदेश के दौरे करने है। इसलिए वह अपने विभागों का बंटवारा मंत्रियों के मध्य कर देंगे। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उन्होंने आपदा में तत्काल सहायता के लिए प्रधानमंत्री व केंद्र सरकार का धन्यवाद किया। साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य में हिमनद व जल संसाधन केंद्र स्थापित करने की आवश्यकता जताई।