देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं. जिससे की लोगों में अब खौफ बढ़ने लगा है. अब तक देश के 6 राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने का चुके हैं. राजस्थान, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश और केरल के बाद कहर बरपा रहा है. अब तक इन राज्यों में सैकड़ों पक्षियों की मौत हो चुकी है. लेकिन बर्ड फ्लू क्या है और इसके लक्षण क्या है ये आपके लिये जानना बेहद जरूरी है. साथ ही ये भी जानना जरूरी है कि इससे कैसे बचा जाए.
बर्ड फ्लू क्या है ?
बर्ड फ्लू के नाम से पॉपुलर ये बीमारी एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस H5N1 की वजह से होती है. यह वायरस पक्षियों और इंसानों को अपना शिकार ज्यादा बनाता है. बर्ड फ्लू इंफेक्शन चिकन, टर्की, गीस, मोर और बत्तख जैसे पक्षियों में तेजी से फैलता है. यह इन्फ्लूएंजा वायरस इतना खतरनाक होता है कि इससे इंसान और पक्षियों की मौत हो जाती है. एवियन इन्फ्लूएंजा के शिकार इंसान पर मौत का खतरा भी होता है.
बर्ड फ्लू के लक्षण ?
बर्ड फ्लू के लक्षण भी सामान्य फ्लू जैसे ही होते हैं. लेकिन सांस लेने में समस्या और हर वक्त उल्टी होने का एहसास खास लक्षण हैं.
-बुखार
-हमेशा कफ रहना
-नाक बहना
-सिर में दर्द रहना
-गले में सूजन
-मांसपेशियों में दर्द
-दस्त होना
-हर वक्त उल्टी-उल्टी सा महसूस होना
-पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना
-सांस लेने में समस्या, सांस ना आना, निमोनिया होना
-आंख में कंजंक्टिवाइटिस
इंसान कैसे होता है बर्ड फ्लू का शिकार ?
इंसान में ये बीमारी मुर्गियों या संक्रमित पक्षी के बेहद निकट रहने से फैलती है. मुर्गी से अगर अपका संपर्क किसी तरह से होता है और वह इस वायरस के चपेट में होती है तो ये आपको भी हो जाता है. इंसानों में बर्ड फ्लू का वायरस आंख, नाक और मुंह के जरिए प्रवेश करता है
बर्ड फ्लू से कैसे बचें ?
-संक्रमित पक्षियों से दूर रहें खासकर मरे पक्षियों से बिल्कुल दूर रहें
-बर्ड फ्लू का संक्रमण अगर फैला है तो नॉनवेज ना खाएं
-नॉनवेज खरीदते समय साफ-सफाई पर नजर रखें
-संक्रमण वाले एरिया में कोशिश करें कि ना जाएं अगर जाएं तो मास्क पहनकर जाएं
बर्ड फ्लू का इलाज ?
-बर्ड फ्लू का इलाज एंटीवायरल ड्रग ओसेल्टामिविर (टैमीफ्लू) और ज़ानामिविर (रेलेएंजा) से किया जाता है
-इस वायरस को कम करने के लिए पूरी तरह आराम करना चाहिए
-हेल्दी डायट लेनी चाहिए जिसमें ज्यादा से ज्यादा लिक्विड हो
-बर्ड फ्लू अन्य लोगों में ना फैले इसके लिए मरीज को अकेले में रखना चाहिए