भरतपुर से अनिल चौधरी की रिपोर्ट
भरतपुर। आज ही के दिन यानि 26 नवंबर 1949 को देश का संविधान तैयार हुआ था। इस दिन से देश में भारतीय संविधान के आधार पर ही कार्य किया जाने लगा। इससे पहले हमारे यहां अंग्रेजो के कानून पर काम किया जा रहा था। जिसके चलते सभी संविधान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दे रहे हैं। इसी बीच जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने संविधान दिवस के अवसर पर गुरूवार को जिला कलेक्ट्रेट परिसर के पोर्च में अधिकारियों एवं कार्मिकों को संविधान की प्रस्तावना तथा संविधान के मौलिक कर्तव्यों का पठन करवाकर प्रतिज्ञा दिलवायी गयी।
जिला कलेक्ट्रेट में मौलिक कर्तव्यों की जानकारी दी गई—
बता दें कि इस अवसर पर जिला कलक्टर ने कहा कि 26 नवम्बर 1949 को देश के संविधान के प्रारूप को अंगीकृत किया गया था जो मौलिक कर्तव्यों और अधिकारों के बीच विलक्षण समन्वय स्थापित कर सदैव आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। उन्होंने संविधान में वर्णित मौलिक कर्तव्यों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रत्येक नागरिक को संविधान के आदर्शों का कर्तव्यों का पालन करना चाहिये। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान विश्वभर के अनेक देशों से अधिक समृद्ध और व्यापक है और प्रत्येक नागरिक को समता और समानता का अधिकार प्रदान करता है। संविधान दिवस मनाने का उद्देश्य संविधान में वर्णित कर्क्तव्यों के प्रति जागरूक करना व समाज में संविधान के महत्व का प्रसार करना है।
संविधान पर शपथ दिलाई गई—
उन्होंने आगे कहा कि इस दिन देश को ऐसा दस्तावेज मिला था जो आज भी उतना ही मान्य जो उस समय बना था। ये मौलिक कर्तव्यों और अधिकारों के बीच में ऐसा समन्वय बनाता है जो सर्तकता से आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। इसी के उपलक्ष में आज संविधान दिवस पर कलेक्ट्रेट में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को संविधान की प्रस्तावना और मौलिक कर्तव्यों की प्रतिज्ञा भी दिलाई।