नई दिल्ली। आज 31 अक्टूबर 2020 को देश के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती है। जिसके उपलक्ष में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह ने श्रद्धांजलि दी। इसी मौके पर प्रधानमंत्री गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं। जिसके चलते नरेंद्र मोदी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कीं। इस दौरान प्रधानमंत्री राष्ट्रीय एकता परेड में भी शामिल हुए।
राइफल ड्रिल का प्रदर्शन हुआ-
बता दें कि लौह पुरूष कहे जाने वाले आजाद देश के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती है। सभी ने आज उनके द्वारा किए गए कार्य की सराहना की है। साथ ही उनके द्वारा बताए गए पथ पर चलने की बात की। उन्हें सच में एक महापुरूष के रूप में देखा जाता है। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कई कार्यक्रमों का उद्धाटन भी किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने देशवासियों को एकता की शपथ दिलाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की जंयती पर ट्विटर पर लिखा ”राष्ट्रीय एकता और अखंडता के अग्रदूत लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जन्म-जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि.” सीआरपीएफ की महिला अधिकारियों द्वारा इस मौके पर राइफल ड्रिल का प्रदर्शन भी किया गया. केवडिया की आदिवासी विरासत को भी एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए लोगों के सामने प्रदर्शित किया गया.
गृह मंत्री और रक्षा मंत्री के ट्वीट-
पटेल की जयंती पर गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा ”राष्ट्रीय एकता के प्रतिबिंब व हर भारतीय के हृदय में बसने वाले लौह पुरुष सरदार पटेल जी को कोटिश: नमन. आजादी के बाद सैकड़ों रियासतों में बिखरे भारत का एकीकरण कर, उन्होंने आज के मजबूत भारत की नींव रखी. उनका दृढ़ नेतृत्व, राष्ट्र समर्पण व विराट योगदान भारत कभी नहीं भुला सकता.” गृह मत्री ने दूसरे ट्वीट में लिखा ”संविधान एवं सनातन के संतुलन के अद्वितीय प्रतीक सरदार पटेल ने देश के एकीकरण से लेकर सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण तक अपने जीवन का क्षण-क्षण भारत में एक राष्ट्र का भाव जागृत करने के लिए अर्पित किया. कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से ऐसे महान राष्ट्रभक्त लौह पुरुष सरदार पटेल के चरणों में वंदन.” रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सरदार पटेल को याद करते हुये कहा ”भारत के प्रथम गृहमंत्री एवं देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जयंती के अवसर पर स्मरण एवं नमन करता हूं. आज के दिन हम सभी को यह संकल्प पुनः दुहराने की जरूरत है कि राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को सदैव समर्पित करेंगे”
31 अक्टूबर को ‘नेशनल यूनिटी डे’ के रूप में मनाया जाता है –
सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा जिले में हुआ था. सरदार पटेल भारत के पहले गृहमंत्री थे और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश की रियासतों का एकीकरण कर अखंड भारत के निर्माण का श्रेय उनकी सियासी और कूटनीतिक क्षमता को दिया जाता है. साल 2014 से हर साल 31 अक्टूबर को ‘नेशनल यूनिटी डे’ या ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. गुजरात में नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के सामने सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची लौह प्रतिमा का निर्माण किया गया है. इस प्रतिमा का नाम ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ रखा गया है. यह प्रधानमंत्री मोदी की ही परिकल्पना थी.