नई दिल्ली। केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा आज यानि 27 अक्टूबर से 2 नवंबर तक सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाने का फैसला लिया गया है। यह भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस की नीति को सुनिश्चित करने के अपने प्रयासो में यह निर्णय लिया गया है। इस सप्ताह का विषय सर्तक भारत और समृद्धि भारत का है। सप्ताह का पालन 27 अक्टूबर 2020 को सुबह 11 बजे मंत्रालयों और विभागों के सदस्यों द्वारा वफादारी की प्रतिज्ञा के साथ शुरू हुआ।
भ्रष्टाचार से जागरूक करने के लिए किया गया आयोजन-
बता दें कि देश को सर्तक और समृद्धि पूर्ण बनाने के लिए केंद्र सरकार लगी हुई है। देश के हित में कार्य किए जा रहे हैं जिनसें भारत अपने आप सक्षम हो सके। देश को समृद्ध बनाने के लिए सरकार द्वारा नई-नई योजनाओं का शुभारंभ किया जा रहा है। जिससे गरीब किसान और मजदूर को रोजगार मिल सके। आज केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया गया। जिसके चलते भारतीय सशस्त्र बलों ने ईमानदारी और अखंडता के मुख्य मूल्यों को बनाए रखने के लिए सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया गया। देश में भ्रष्टाचार दिन दोगुने और रात चैगुनी बढ़ रहा है। जिसके चलते यह सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया गया। जिसके तहत सभी को भ्रष्टाचार न करने के लिए जागरूक करना है।
चीफ ऑफ डिफेंस ने ये कहा-
इस मौके पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत भी शामिल हुए। उन्होंने अपनी प्रतिज्ञा के दौरान कानून के शासन का पालन करने और एक ईमानदार, पारदर्शी तरीके से कार्य करने की शपथ ली। जो गुणों के साथ नैतिकता और भारतीय सशस्त्र बलों की परंपरा का पर्याय है। इसी के साथ जनरल विपिन रावत ने आगे कहा कि व्यक्तिगत व्यवहार में ईमानदारी का प्रदर्शन करना और हमेशा जनता के हित में काम करना। ये विशेषताएं भारतीय सशस्त्र बलों के प्रत्येक सैनिक और अधिकारी को उनके सेवा जीवन की शुरूआत से ही दी जाती है।