नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना ने एक बार फिर से चीन और पाकिस्तान को ललकारा है। वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा कि चीन व पाकिस्तान फ्रंट पर लड़ने में भारतीय एयरफोर्स सक्षम है। उन्होंने कहा कि हम चीन और पाकिस्तान से एक साथ किसी भी संभावित युद्ध को लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
लद्दाख में चीन और भारत के बीच सीमा विवाद से उपजे तनाव के जवाब में उन्होंने कहा कि, हमने बॉर्डर पर प्रत्येक संवेदनशील जगहों पर फोर्स तैनात कर दी हैं किसी भी स्थिति से निपटने को भारतीय एयरपोर्ट्स और सैनिक बिल्कुल तैयार बैठे हैं। चीन हमारी ताकत को समझ चुका है और हम भी किसी भी संकट का जवाब देने में सक्षम है।
अगले 3 साल में राफेल और एलसीए मार्क 1 स्क्वाड्रन पूरी ताकत के साथ ऑपरेट करेंगे। चीन के साथ बातचीत पर वायुसेना प्रमुख ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि बातचीत से ही मामला सुलझेगा। वर्तमान में प्रगति बहुत धीमी है। जमीनी हकीकत को देखकर हम कार्रवाई करेंगे। यह इसी बात पर निर्भर है कि डिसइंगेजमेंट पर बातचीत कैसी होती है। बता दें कि दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए कोर कमांडरों के बीच सातवें दौर की बातचीत 12 अक्टूबर को होगी।
उत्तरी सीमाओं पर वर्तमान सुरक्षा का हवाला देते हुए सेना प्रमुख ने कहा था कि इन जगहों पर न तो शांति ही है और ना ही किसी तरह के युद्ध की स्थिति तनावपूर्ण स्थिति में हमारे जवान सीमा पर गश्त कर रहे हैं। हमने चिनूक अपाचे और अन्य विमानों के बेड़े के साथ राफेल लड़ाकू विमान की तैनाती कर दी है जिससे वायु सेना मजबूत स्थिति में आ चुकी है।
बता दें कि फ्रांस में निर्मित पांच राफेल लड़ाकू विमानों को 10 सितंबर को वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल किया गया है। विमानों का यह बेड़ा पिछले कई हफ्तों से पूर्वी लद्दाख में उड़ान भर रहा है।