हर साल चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट खोज या कार्य करने पर चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार दिया जाता हैं। इस साल भी चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार उन तीन वैज्ञानिकों को दिया गया हैं जिन्होंने ‘हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज’ की थी। ‘हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज’ की खोज करने वाले तीनों वैज्ञानिक- हार्वे जे. ऑल्टर, माइकल हॉफटन और चार्ल्स एम. राइस को यह प्रतिष्ठित सम्मान दिया गया है।
सिरोसिस और यकृत कैंसर का कारण बनता हैं ‘हेपेटाइटिस सी’
बता दें कि फिजियोलॉजी या मेडिसिन में/ शरीरक्रिया विज्ञान या चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार जीवन विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट खोज करने वाले वैज्ञानिकों या विज्ञान संस्थाओं को हर साल दिया जाता हैं। साल 2019 में चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार अमेरिका के विलियम जी. केलिन जूनियर और ब्रिटेन के सर पीटर जे. रेटक्लिफ और अमेरिका के ग्रेग एल सेमेंजा को संयुक्त रूप से यह प्रतिष्ठित सम्मान दिया गया था। बता दें कि हेपेटाइटिस सी लोगों में सिरोसिस और यकृत कैंसर का कारण बनता हैं।
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‘अल्फ्रेड नोबेल’ की याद में दिया जाता हैं ‘नोबेल पुरस्कार’
नोबेल फाउंडेशन द्वारा स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में यह पुरस्कार दिया जाता हैं, जो शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार हैं। इस पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति-पत्र के साथ 10 लाख डालर की राशि भी प्रदान की जाती हैं। अल्फ्रेड नोबेल ने अपने जीवन में कुल 355 आविष्कार किये, जिनमें डायनामाइट का आविष्कार भी था।