देहरादून। उत्तराखंड पुलिस ने एक बड़ी पहल करते हुए रुद्रप्रयाग में जून 2013 में आई भीषण बाढ़ में लापता हुए लोगों के कंकालों की खोज के लिए एक बड़ा अभियान चलाया है।
गढ़वाल रेंज के आईजी अभिनय कुमार ने बताया कि वहां आने वाले पर्यटक और बरामद शवों की संख्या में विसंगति है जिसके कारण यह अभियान चलाया जा रहा है और जो भी इसमें कंकाल मिलेंगे उनका डीएनए परीक्षण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभियान उत्तराखंड की राज्य पुलिस और एसडीआरएफ यानी राज्य आपदा के संयुक्त तत्वधान में संपन्न किया जाएगा।
राज्य सरकार ने इस अभियान को अमलीजामा पहनाने के लिए गौरीकुंड केदारनाथ सहित विभिन्न मार्गों पर 10 टीमों को तैनात किया है। पिछले 6 वर्षों में इस संबंध में कई सारे सर्च अभियान चलाए गए थे जिनमें 6 सौ से अधिक कंकाल पाए गए हैं और पुलिस द्वारा शुरू किया गया। यह अभियान 16 सितंबर से शुरू होकर 22 सितंबर तक अनवरत चलता रहेगा।
आपको बता दें कि 6 वर्ष पूर्व बद्रीनाथ और केदारनाथ में दर्शन के लिए गए हुए तमाम श्रद्धालुओं और देश-विदेश के पर्यटकों को बाढ़ का सामना करते हुए अपनी जान गंवानी पड़ी थी। बड़ा नुकसान मानवी जाति के लिए हुआ था उस समय। बहुत सारे लोगों के परिवार के अपने वहां बिछड़ गए और अब उत्तराखंड सरकार की मदद से उन लोगों को बहुत बड़ी राहत प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है जिनके अपने बिछड़ गए थे।