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लद्दाख सीमा पर मारे गये चीनी सैनिकों नहीं मिल रहा चीन में सम्मान, घरवाले खा रहे ठोकरें..

chaina 3 लद्दाख सीमा पर मारे गये चीनी सैनिकों नहीं मिल रहा चीन में सम्मान, घरवाले खा रहे ठोकरें..

लद्दाख की गलवान घाटी में चीना और भारते के सैनिकों के बीच हुी खूनी हिंसा में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे तो चीन के 40 से ज्यादा जवानों के मारे जाने की खबरे सामने आयी थीं। लेकिन बाद में चीन ने अपने सैनिकों से के मारे जाने की खबर से माना कर दिया था। लेकिन अब चीन एक ऐसी खबर सामने आयी है जिसने चीन की पोल खोल कर रख दी है। आपको जानकर हैरानी होगी कि, भारतीय सैनिकों से भिड़ते हुए मारे गये चीनी सैनिकों के परिवार अपने बच्चों के सम्मान के लिए चीन में भटक रहे हैं।

chaina 2 लद्दाख सीमा पर मारे गये चीनी सैनिकों नहीं मिल रहा चीन में सम्मान, घरवाले खा रहे ठोकरें..रत की तरह शहीदों के सम्मान की मांग कर रहे चीनी सैनिकों के परिवारों को शांत करने की कोशिश करते हुए चीन ने कहा दिया है कि बाद में बताएंगे। सत्ताधारी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के एडिटर हू शिजिन ने एक लेख में लिखा, ”सेना में मरने वालों को सर्वोच्च सम्मान दिया जाता है और समाज को बाद में सही समय पर सूचना दी जाएगी, ताकि हीरोज का सम्मान हो और उन्हें याद रखा जाए, जिसके वे हकदार हैं।

यह देख उस वीडियो के सामने आने के दो दिन बाद लिखा गया है, जिसमें पीएलए के मारे गए सैनिकों के परिजन आक्रोश प्रकट करते हुए भारत के शहीदों की तरह सम्मान मांग रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत में शहीदों का बहुत सम्मान होता है, लेकिन यहां ना तो कोई सम्मान दिया जाता है और ना ही पहचान दी जाती है।

हालांकि, ग्लोबल टाइम्स ने यह स्वीकार किया है कि झड़प में चीनी सैनिक मारे गए, लेकिन उनकी संख्या 20 से कम होने का दावा किया है। चीन की सरकार अभी तक इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है। वह देश को यह भी बताने को तैयार नहीं हैं कि कितने सैनिक सीमा पर मारे गए।

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इस खबर के सामने आने के बाद पूरी दुनिया में चीन की आलोचना हो रही है। आ पको बता दें चीन अपने सैनिकों को साथ पहली बार ऐसा नहीं कर रहा है। चीन के सैनिक जब भी मारे जाते हैं। चीन कभी भी सार्वजनिक तौर पर एक तो इस बात नहीं कबूलता दूसरा उन्हें कभी सम्मान नहीं देता है। इस बार भी वो ऐसा ही कर रहा है।

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