करीब 6 महीनों से कोरोना का कहर दुनियाभर में टूट रहा है। जिसकी वजह से लगातार मौतें होती जा रही हैं। इस बीच एक चौंकाने वाला सर्वे सामने आया है।
जिसमें दावा किया गया है कि, कोरोना के वजह से दुनियाभर में स्वास्थ्य पर सबसे कम पैसे खर्च हुए हैं।
कोरोना ने दुनिया में कई देशों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है, पर चौंकाने वाली बात यह है कि इतने बड़े संकट के बावजूद इस साल स्वास्थ्य पर दुनिया का खर्च घटेगा।
इकोनॉमिस्ट इंटेलीजेंस यूनिट ने कोरोना संकट के बीच 60 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के स्वास्थ्य खर्च का विश्लेषण किया है।
इसके मुताबिक, स्वास्थ्य पर वैश्विक खर्च में 2020 में करीब 1.1% की गिरावट देखने को मिलेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य खर्च घटने की सबसे बड़ी वजह कोरोनावायरस ही है, क्योंकि इसकी वजह से बाकी बीमारियों पर होने वाले खर्च में भारी गिरावट आई है।
लोग सामान्य इलाज के लिए अस्पताल या क्लीनिक में नहीं जा रहे हैं, मरीजों ने सभी नॉन-इमरजेंसी वाली बीमारियों का इलाज टेलीमेडिसिन के जरिए करना शुरू कर दिया है।
कई लोग तो बच्चों को समय पर वैक्सीन लगाने तक नहीं पहुंचे हैं। इस वजह से स्वास्थ्यकर्मियों, अस्पतालों और स्वास्थ्य खर्च पर दबाव कम हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अगले साल दुनिया में स्वास्थ्य खर्च बढ़ सकता है। कोरोनावायरस का वैक्सीन उपलब्ध होने की स्थिति में इसके इलाज पर खर्च भी बढ़ेगा।
इसके अलावा अन्य खर्चों की वजह से 2021 में स्वास्थ्य पर दुनिया का खर्च 5.5% बढ़ने की उम्मीद है।
इस सर्वे ने दुनियाभर की सरकारों को राहत दी है तो आने वाली ये राहत अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए आने वाले दिनों मे मुसीबत बनेगी।
क्योंकि कोरोना के चलते अन्य बीमारियों के मरीज सही तरीके से इलजा नहीं करा पा रहे हैं। जिसका असर उनके स्वास्थय पर पड़ रहा है।