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‘हनीट्रैप’ में फंसे वरुण गांधी, रक्षा सौदे की जानकारी लीक करने का आरोप

BJP MP Varun Gandhi trapped in Honeytrap matter 'हनीट्रैप' में फंसे वरुण गांधी, रक्षा सौदे की जानकारी लीक करने का आरोप

नई दिल्ली। आगामी उत्तर प्रदेश 2017 चुनावों से पहले भाजपा के प्रतिष्ठित नेता वरुण गांधी एक नए विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। वरुण गांधी पर डिफेंस से संबंधित जानकारी लीक करने का आरोप लगा है। ये आरोप किसी और ने नहीं बल्कि स्कॉर्पिन पनडुब्बी मामले में व्हिसलब्लोअर एडमंड्स एलेन ने उन पर लगाया है और उन्होंने इस संबंध में पीएमओ को एक चिट्ठी भी लिखी है। जिसमें उन्होंने कहा है कि रक्षा सौदों के दलाल अभिषेक वर्मा ने वरुण गांधी को हनीट्रैप में फंसाकर उनसे खूफिया जानकारी हासिल की। जिसके लिए वरुण को विदेशी स्कॉट महिलाओं और वेश्याओं के साथ खिंची फोटोज के जरिए ब्लैकमेल किया गया।

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इस बात का खुलासा गुरुवार शाम को स्वराज अभियान के नेता और वकील प्रशांत भूषण के साथ योगेंन्द्र यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिेए किया। इस कॉन्फ्रेंस में इन दोनों नेताओं ने एलेन के खत को सार्वजनिक करते हुए ये बताया कि ये खत एलेन ने पिछले महीने पीएमओ ऑफिस को भेजा था। इसके साथ ही सबूत के तौर पर कई सारी फोटोज और सीडी पीएमओ कार्यालय को खत के साथ भेजी गई हैं।

वहीं इस मामले में भाजपा के नेता वरुण गांधी ने सारे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मैं इतनी हास्यास्पद और बेवकूफाना बात का क्या जवाब दूं? क्या इन आरोपों का कोई भी सुबूत है? इनमें से किसी भी बात का क्या सुबूत है..? उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों से उनकी मुलाकात अभिषेक से नहीं हुई है और वो वर्मा को सांसद के बेटे के तौर पर जानते है। संसदीय समिति की जिन बैठकों का जिक्र एलेन ने किया उसमें उन्होंने कभी हिस्सा ही नहीं लिया था। ये आरोप उन पर इसलिए लगाए जा रहे हैं ताकि आगामी चुनाव में उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके। इसके साथ ही वरुण ने कहा कि वो प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव पर मानहानि का केस भी करेंगे।

इसके साथ ही अभिषेक ने इस मामले पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि ये आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है। कथित ई-मेल्स और फोटोज छेड़छाड़ कर बनाई गई है क्योंकि मैंने इस तरह की कोई भी पिक्चर नहीं खींची है। ये सभी आरोप मुझे और पत्र में लिखे गए नामों को फंसाने के लिए लगाए जा रहें हैं।

गौरतलब है कि एलेन और अभिषेक वर्मा के बीच साझेदारी जनवरी, 2012 में खत्म हुई थी, और उस वक्त दोनों ने ही एक दूसरे पर मनी-लांडरिंग, गबन और धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे। इसके बाद एलेन लगातार भारतीय जांचकर्ताओं को अभिषेक वर्मा के खिलाफ कागजात देते रहे। अभिषेक वर्मा को जेल भेजा गया था और कई मामलों में जांच भी हुई।

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