चीन के वुहान शहर से कोरोना नाम का वायरस ऐसे निकला जिसकी तबाही पूरी दुनिया देख रही है। रात-दिन लगे रहने के बाद भी वैज्ञानिक इस बीमारी की कोई कोई भी वैक्सीन नहीं बना पाए हैं। हालाकि दवाई बनाने को लेकर बड़े-बड़े दावे बेशक किए जा रहे हैं।
जिनका हकीकत से अभी तक तो कोई वास्ता नजर नहीं आ रहा है। क्योंकि कोरोना से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच इजरायल देश ने कोरोना की दवाई बनाने का दावा किया है।
इजरायल के रक्षा मंत्री नफताली बेन्नेट ने दावा किया है कि हमारे देश के वैज्ञानिकों ने कोरोना महामारी से निपटने का तरीका खोज लिया है। यह तरीका है एंटीबॉडीज का।यह एंटीबॉडी, वायरस पर अटैक करता है और उसे शरीर में बेअसर कर देता है।
इजरायल का कहना है कि,एंटीबॉडी को विकसित करने का काम पूरा हो चुका था और संस्थान इसे पेटेंट कराने की प्रक्रिया में है। रक्षा मंत्री बेनेट ने कहा, मुझे इस महत्वपूर्ण सफलता के लिए संस्थान के कर्मचारियों पर गर्व है।
आपको बता दें, इजरायल अपने हथियार और दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए जाना जाता है।
यह देश चुपचाप होकर खोज करता है। इजरायल छुपकर जैविक और रसायनिक हथियारों पर भी काम करता है इतना ही नहीं वह रसायनिक हथियारों से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए दवा बनाता है।
अब ऐसा ही एक दावा कोरोना बीमारी को लेकर भी किया गया है। इसमें कितनी सच्चाई है। इसकी किसी को भी कोई जानकारी नहीं है।
इजरायल में डिफेंस इंस्टीट्यूट ही इन सभी कामों पर नजर रखता है। इसकी स्थापना साल 1952 में तत्कालीन पीएम के वैज्ञानिक सलाहकार अर्नेस्ट डेविड बेर्गमान ने की थी।
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कोरोना वायरस से निपटने के लिए दवा बनाने का काम भी इसी के हिस्से है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 1 फरवरी को संस्थान को COVID-19 के लिए एक वैक्सीन विकसित करने का आदेश दिया था। और अब जाकर ये दवा तैयार की गई है।