जहां एक तरफ दुनियाभर के बड़े-बड़े वैज्ञानिक महामारी कोरोना का इलाज चमगादड़ से करने के बड़े-बड़े दावे करते हुए कह रहे हैं कि, कोरोना को फैलाने वाल चमगादड़ से ही होगा कोरोना का इलाज।
वहीं इस बीच यूपी के मेरठ जिले से एक ऐसी खबर आयी है। जिसने लोगों के बीच सनसनी। फैला दी है इस खबर को सुनने के बाद शायद आपको अपने कानों पर भरोसा न हो लेकिन इस खबर के पुख्ता सबूत आपको जरूर सोचने पर मजबूर कर देंगे।
आपको बता दें, मेरठ के परतापुर में तालाब के किनारे मृत मिले तीन चमगादड़ों से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्र हो गई। सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और चमगादड़ों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए। टीम के अनुसार चमगादड़ों की मौत किस कारण से हुई है यह जानने के लिए उनके शव बरेली भेजे गए हैं।
चमगादड़ो का साइज काफी बड़ा होने के कारण लोगों के बीच काफी डर बना हुआ है। इससे पहले यानि की मंगलवार को भी यहां से इतने ही बड़े चमगादड़ मरे हुए पाये गये थे। जिनको देखने के बाद काफी सवाल उठने लगे।
https://www.bharatkhabar.com/by-giving-food-and-water-to-the-monkeys-in-the-lockdown-khaki-set-an-example-of-humanity/
चमगादडों की रहस्य मौतों का अभी तक कुछ पता नहीं लग सका है।
फिलहाल वन विभाग और डॉक्टरों की टीम छानबीन कर चमगादड़ों की मौत का रहस्य पता करने में जुट गई है। ग्रामीणों में इस बात को लेकर भी दहशत है क्योंकि अक्सर ये कहा जाता है कि कोरोना वायरस चमगादड़ से ही आया है। ऐसे में दो फुट के चमगादड़ों का मरा हुआ मिलना काफी सवाल खड़े कर रहा है। पोस्टमोर्टम के बाद ही पता चल सकेगा ये किस तरह के चमगादड़ हैं और इनकी मौत कैसे और कब हुई।