गोवा| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए यहां आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शनिवार को द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो गई। उनकी यह वार्ता ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर हो रही है। दोनों नेताओं की मुलाकात वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन का हिस्सा है, जिसके बाद दोनों देशों के बीच रक्षा, ऊर्जा तथा कृषि आधारित व्यावसायिक समझौतों पर हस्ताक्षर की उम्मीद जताई जा रही है।
पुतिन के साथ भारत दौरे पर रक्षा, ऊर्जा, व्यापार और उद्योग मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारी भी आए हुए हैं। मोदी और पुतिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कुडनकुलम परमाणु बिजली परियोजना (केएनपीपी) की तीसरी और चौथी इकाइयों की स्थापना के लिए शिलान्यास समारोह में भी हिस्सा लेंगे। दोनों देशों के बीच इस पर एक समझौते की भी उम्मीद जताई जा रही है। रूस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया था कि इसकी घोषणा दोनों नेताओं की वार्ता समाप्त होने के बाद की जा सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को रूस को ‘भारत का पुराना मित्र’ करार देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच ‘बेहद खास संबंध हैं।’ मोदी ने एक रूसी कहावत का जिक्र करते हुए संयुक्त संवाददाता सम्मेलन कहा कि रूस में कहा जाता है कि ‘एक पुराना मित्र दो नए मित्रों से बेहतर होता है।मोदी ने भारत के साथ संबंध मजबूत करने के लिए राष्ट्रपति पुतिन के निरंतर व्यक्तिगत प्रयास के लिए उनकी प्रशंसा भी की।मोदी ने कहा, “(भारत के साथ संबंध मजबूत करने में) आपका व्यक्तिगत ध्यान हमारे संबंध की मजबूती की प्रेरणा है, आपके नेतृत्व ने हमारी सामरिक साझेदारी को स्थिरता और मजबूती प्रदान की है। हमारा रिश्ता बेहद खास है।प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके और पुतिन के बीच बेहद सफल बातचीत हुई है।
इन मुद्दो पर हुए समझौते- मोदी और पुतिन के बीच आज कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं जिसमें भारत रुस गैस पाइपलाईल समझौता, आंध्रप्रदेश और हरियाणा में स्मार्ट सिटी बनाने के लिए समझौते किए गए हैं। इसके अलावा शिक्षा, आतंकवाद, रक्षा सहित 16 मामलों पर समझौते किए गए हैं। भारत और रुस के बीच 40 हजार करोड़ का डिफेंस डील भी फाइनल हुआ है, इसमें भारत को 200 हेलीकॉप्टर भी मिलेंगे। इसके अलावा भारत ने रुस को रेलवे और विज्ञान तकनीकि में भी मदद करने के लिए समझौते किए हैं।