नई दिल्ली। राजधानी लखनऊ के खुर्शीदबाग इलाके में रहने वाले हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की शुक्रवार दोपहर घर पर दो बदमाशों ने चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि हत्यारे मिठाई के डिब्बे में चाकू और तमंचा लेकर आए थे। शरीर में चाकू के 15 से अधिक वार हैं। घायल अवस्था में परिजनों ने तिवारी को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी मौत हो गई। हत्या की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है। डॉक्टरों के मुताबिक जब वह अस्पताल लाए गए थे तो गंभीर अवस्था में थे और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
बता दें कि पुलिस टीम सेलफोन की डिटेल खंगालने के साथ ही सर्विलांस की मदद से आरोपी की तलाश में जुट गई है। बताया जा रहा है कि दो लोगों ने पहले कमरे में चाय पी और फिर मिठाई के डिब्बे से कट्टा निकालकर फायर भी किया। इसके बाद तिवारी को गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर भर्ती कराया गया था। उधर, कमलेश तिवारी हत्याकांड से लोगों में आक्रोश फैल गया है। कमलेश के समर्थक खुर्शीदबाग कॉलोनी में प्रदर्शन कर रहे हैं। घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल व पीएसी की तैनाती की गई है।
वहीं कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस को अहम सुराग मिला है। वारदात को अंजाम देने वाले संदिग्ध कातिल सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए हैं। हुलिए के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस जल्द ही इस मामले में खुलासे का दावा कर रही है। एसएसपी कलानिधि नैथानी के निर्देश पर पुलिस की कई टीमें आरोपियों की सरगर्मी से तलाश में जुट गई हैं।
पैगंबर साहब पर टिप्पणी की वजह से कमलेश पर रासुका भी लग चुका है। उस समय एक मुस्लिम संगठन ने सर कलम करने का फतवा भी जारी किया था। बिजनौर के उलेमा अनवारुल हक और मुफ्ती नईम कासमी पर कमलेश तिवारी का सिर कलम करने का फतवा जारी करने का आरोप लगा था।
वहीं इस मामले में उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने कहा कि हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी की आज गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि तिवारी ने हिंदू समाज पार्टी की स्थापना की थी। उन्होंने बताया कि हत्यारे मिठाई लेकर लाए थे और तिवारी के साथ में आधा घंटा बातचीत भी की थी। फिलहाल पुलिस मामले में जांच कर आरोपियों की तालाश में जुटी है।
पुलिस की छानबीन में कमलेश तिवारी की हत्या में आतंकी संगठन आईएसआईएस का हाथ होने की बात सामने आई है। बताया गया कि 16 अक्टूबर से सूरत के उद्योगनगरी से बदमाशों ने मिठाई खरीदी और उसी के डिब्बे में असलहे लाये थे।
साथ ही आईएसआईएस ने कमलेश को मारने की धमकी दी थी। गुजरात में पकडे गये आतंकियों ने एटीएस को ये जानकारी दी थी। जिसकी एटीएस ने रिपोर्ट बनाकर सरकार को भी दी थी। वहीं कमलेश ने कुछ दिन पहले खुद को सुरक्षा न मिलने पर ट्वीट किया था। जिसमें उसने सुरक्षा न दिए जाने पर सवाल उठाये थे। उस ट्वीट में उसने पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व सीएम योगी को टैग किया था।