विएना। भारत के परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में शामिल होने के मामले पर फैसला अब सियोल में होगा। परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की विएना में हुई दो दिवसीय बैठक में इस मुद्दे पर किसी निष्कर्ष पर न पहुंच पाने के बाद एनएसजी में सदस्यता के लिए भारत की अर्जी पर दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में इस महीने के अंत में होने वाले एनएसजी के पूर्ण अधिवेशन में विचार किए जाने की संभावना है।
भारत की सदस्यता के लिए एकतरफ जहां अमेरिका और ज्यादातर सदस्य देश पुरजोर समर्थन कर रहे हैं, लेकिन इसका विरोध कर रहे चीन की दलील है कि एनएसजी को नए आवेदकों के लिए विशिष्ट शर्तों में ढील नहीं देनी चाहिए।
परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर भारत द्वारा दस्तखत न किए जाने को आधार बनाकर उसकी दावेदारी का विरोध कर रहे कई देशों का रवैया अब नरम पड़ गया है और वे अब समझौता करने के लिए तैयार हैं। लेकिन चीन अभी भी अपने रुख पर अड़ा हुआ है।