नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपने सांसदों से कहा है कि वो संसद सदन में ही इस्तीफा दें और सरकार को यह संदेश देने की कोशिश करें कि कश्मीर से अनुच्छे 370 हटने से कश्मीर की आवाम की ओर से यह कड़ा विरोध है। महबूबा मुफ्ती का यह बयान उस वक्त आया जब घाटी में उथल-पुथल का माहौल बनाने की कोशिशें जारी हैं।
हालाकि जम्मू-कश्मीर में भाजपा ने पीडीपी संग जून 2018 तक सरकार चलाई थी। बाद में भाजपा ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। बता दें कि PDP के राज्यसभा में दो सांसद हैं। मीर फय्याज और नजीर अहमद। जिस वक्त राज्यसभा में अनुच्छेद 370 को हटाने का बिल पेश हुआ तो दोनों सांसदों ने अपने-अपने कपड़े फाड़ लिए और मीडिया के समक्ष बयान देने लगे।
PDP के सांसद फय्याज ने कहा कि ‘हम किसी से भी बातचीत नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि जम्मू कश्मीर की सभी फोन लाइनें बंद कर दी गई हैं। हम पहले इस बारे में चर्चा करेंगे और फिर फैसला लेंगे।’