भोपाल। मध्य प्रदेश में मंगलवार को मंत्रिमंडल का गठन का होने वाला है। उससे पहले खबर आ रही है कि कांग्रेस को समर्थन देने वाली बसपा मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार को राज्यपाल से मिलने के बाद मीडिया के सामने यह बयान दिया है। इससे पहले यह खबर आ रही है कि सपा-बसपा मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होंगे। कमलनाथ ने राज्यपाल से मिलने के बाद मीडिया के सामने यह बयान दिया था। पहली बार बने विधायकों को भी मंत्री नहीं बनाया जाएगा। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक या दो निर्दलीय विधायकों को भी मध्यप्रदेश के मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र सात जनवरी से शुरू होगा।
बता दें कि कांग्रेस के एक प्रवक्ता से मिली जानकारी के अनुसार मंत्रिमंडल के गठन को लेकर कांग्रेस आलाकमान से चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ पिछले दो दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। इस संबंध में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित अन्य नेताओं से विचार- विमर्श किया है। कमलनाथ ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के छह दिन बाद 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ अकेले ली थी।
वहीं मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए 28 नवंबर को मतदान हुआ था और 11 दिसंबर को आए चुनाव परिणाम में प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114 सीटें मिलीं। कांग्रेस ने बसपा के दो, सपा के एक और चार अन्य निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई है। उसे फिलहाल 121 विधायकों का समर्थन हासिल है. वहीं, भाजपा को 109 सीटें मिली हैं।