नई दिल्ली: पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की वोटिंग हो चुकी है. ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी चुनाव के बाद की तैयारियों में जुट गईं हैं। वहीं इन पांचों राज्यों से संबंधित एग्जिट पोल में कई राज्यों में नजदीकी मुकाबला होने के अनुमान के बाद भाजपा बेहद सतर्क है।
भाजपा-कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने बीते शनिवार को पार्टी महासचिवों के बाद रविवार को पार्टीशासित तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ तेलंगाना में पार्टी के मुखिया से साथ अलग-अलग गहन विमर्श किया। गौरतलब है कि एग्जिट पोल में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा-कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर का अनुमान व्यक्त किया है तो तेलंगाना में भी सबकी राय बंटी हुई है।
तैयारियों पर हुई बातचीत
भाजपा के जानकारों ने बताया कि दरअसल नेतृत्व नहीं चाहता कि नजदीकी परिणाम आने की स्थिति में पार्टी पहले से अपनी तैयार नहीं रखे। इसलिए मंथन में शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों को पुख्ता पूर्व तैयारी के निर्देश दिए हैं। रविवार को हुए विमर्श के दौरान सभी परिस्थतियों में पार्टी की पूर्व तैयारी पर बातचीत हुई।
इसके अलावा शाह ने तेलंगाना भाजपा को अध्यक्ष से भी सभी सियासी परिस्थितियों के लिए पूर्व तैयारी करने का निर्देश दिया। वैसे भी टीआरएस ने तेलंगाना में सीटें कम होने की स्थिति में भाजपा से समर्थन हासिल करने से गुरेज न होने की बात कही।
वहीं इसके अलावा छत्तीसगढ़ में सीपीआई और बसपा से गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरने वाले अजित जोगी पर पार्टी की निगाहें हैं। मध्य प्रदेश में भी पार्टी बसपा सहित कई अन्य दलों पर निगाह रख रही है। शाह ने शनिवार को पार्टी महासचिवों के साथ चुनाव के संभावित परिणामों पर चर्चा की थी।