उत्तर प्रदेश के खागा तहसील परिसर में कल कर्मचारी, शिक्षक और अधिकारियों ने ‘पुरानी पेंशन बहाली मंच’ उत्तर प्रदेश के प्रान्ती आह्वान पर अध्यक्ष व तहसील संयोजक के तत्वधान में दूसरे चरण के तीन दिवसीय 29 अगस्त से प्रस्तावित कार्य बहिष्कार के तहत पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर तहसील इकाइयों का गठन करते हुए सभी कर्मचारी धरने पर बैठे रहे हैं।
स्वर्गीय प्रधान मंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी की सरकार में पुरानी पेंशन समाप्त कर दी गयी थी
वहीं कर्मचारियों का कहना हैं की स्वर्गीय प्रधान मंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी की सरकार में पुरानी पेंशन समाप्त कर दी गयी थी। एन पी एस के रूप में एक नई पेंशन स्कीम दी गयी थी। जो राज्य कर्मचारियों के लिए सिर्फ एक छलावा हैं । जो शेयर मार्केट कम्पनियों में लगी थी जिसकी कोई गारंटी नहीं हैं कि हम कर्मचारियों को पैसा मिलेगा भी या नहीं या कम्पनियां डूब जायगी।
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मांगे नहीं सुनी जाती तो जिले से लेकर आगे तक हमारा धरना चलता रहेगा
कर्मचारियों ने मांग कि हम लोग चाहते हैं कि जिस तरह सांसद और विधायकों को पेंशन दी जाती हैं।
उसी प्रकार हम लोगो की पेंशन होनी चाहिए जिससे अपनी जीविका हर कर्मचारी चला सके,
क्योंकि यही पेंशन बुढ़ापे की लाठी होती हैं यही हमारी सरकार से मांग हैं।
अगर हमारी मांगे नहीं सुनी जाती तो जिले से लेकर आगे तक हमारा धरना चलता रहेगा।