देहरादून। निबन्धन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी भेषज विभाग डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि ’हरेला पर्व’ में प्रदेश के जनपदीय भेषज संघों व भेषज विकास इकाईयों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर जुड़ी-बूटी/औषधीय पौध प्रजातियों यथा-तेजपात, आंवला व रीठा आदि के पौधों को वितरित किया जाना है। जिसके लिये समस्त संघ सचिवों एवं जिला भेषज समन्वयकों को निर्देशित किया गया है कि, वे संघ नर्सरी में उपलब्ध जडी-बूटी/औषधीय पौध प्रजातियों को हरेला पर्व के अवसर पर नागरिकों एवं सरकारी विभागों के प्रांगण में रोपण हेतु निःशुल्क वितरित करना सुनिश्चित करें।
बता दें कि जनपद में नर्सरी न होने या नर्सरी में पौध उपलब्ध न होने की दशा में जिला भेषज समन्वयक के माध्यम से वन विभाग व निकटस्थ भेषज संघ के सचिवों से संपर्क कर पौध की मांग करें, यदि उनके द्वारा निःशुल्क पौध उपलब्ध कराया जाता है, तो पौध प्राप्त कर ’हरेला पर्व’ में पौध वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने भेषज संघ सचिवों को यह भी निर्देश दिये है कि जनपदीय नर्सरी में पर्याप्त मात्रा में पौध की अनुपलब्धता पर निकटस्थ जनपदों की मांग के अनुसार पौध उपलब्ध कराये।