बिहार के खैरा के हरणी में नक्सलियों ने एक दर्दनाक घटना को अंजाम दिया है। नक्सलियों ने किसान को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया है। घटना के बारे में जानकारी मिली है कि शुक्रवार की रात लगभग आधा दर्जन नक्सलीयों ने रीतलाल यादव के गर में घुसकर उनके बेटे को दबोच कर रेतीलाल को बाहर बुलाया और इसके बाद घर के पास ही करीब गोलियों से शरीर को छलनी कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही खैरा पुलिस और सीआरपीएफ के जवान घटना स्थल पर पहुंचे। नक्सलियों ने घटना स्थल पर एक पत्र भी छोड़ा है।
किसान को गोली मारकर नक्सलियो ने घटना स्थल पर जो पत्र छोड़ा है, उसमें लिखे शब्दों से नक्सलियों के खोफनाक इरादे जाहिर होते हैं । जिससे स्थानीय लोगों में दहशत है। नक्सली अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने से नही चूक रहे और इतना ही नही अब तो पत्र में उन्होंने साफ कहा है कि लोग पुलिस के बहकावे में आकर SPO का काम नही करें युद्ध के मैदान मे डटकर अपने भाइयों की मदद करें।
आपको बता दें कि इससे पहले मुंगेर के हवेली खड़गपुर में 87 करोड़ की लागत से झील में चल रही गाद और मिट्टी के काम में लगी एजेंसी के 12 वाहनों को बुधवार 30 मई की देर रात नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया था।
नक्सलियों का कहर, 8 मजदूरों को अगवा कर सात वाहनों को किया आग के हवाले
खड़गपुर झील के सिंधुवारिणी के समीप झील में जमी मिट्टी और गाद की निकासी को लेकर युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा था। इसी दौरान बुधवार की देर रात 30 से 40 की संख्या में आए हथियारबंद नक्सलियों ने फायरिंग करते हुए मिट्टी ढुलाई में लगी निर्माण एजेंसी के दर्जनों हाईवा को आग लगा दी थी।
घटना से सहमे चालकों ने भागकर किसी तरह एसएसबी कैंप में मामले की जानकारी दी। जिसके बाद एसएसबी ने स्थानीय पुलिस को भी सूचित किया। इस बाबत विभाग के कार्यपालक अभियंता महेंद्र बैठा ने बताया कि निर्माण एजेंसी में कार्यरत कर्मी मृत्युंजय के द्वारा हाइवा में नक्सलियों के द्वारा आग लगाए जाने की घटना के बारे में जानकारी दी गई थी। वहीं झील स्थित कार्यालय के एक आदेशपाल के अनुसार सिंधुवारिणी के समीप आग की लपटें उठती देखी गईं थीं। पुलिस नक्सलियों की तलाश कर रही है।