कर्नाटक चुनाव 2018 में भले ही भाजपा 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी हो, लेकिन फिर भी पूर्ण बहुमत हासिल करने में वह 8 सीटों से दूर है। किसी भी राजनीतिक पार्टी को स्पष्ट ना मिलने की वजह से नई सरकार बनाने को लेकर पेंच फंसा है। विधानसभा चुनाव में 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी बीजेपी ने येदियुरप्पा के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
कर्नाटक के गवर्नर वजुभाई वाला से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि वो कल यानी बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। अब बीजेपी की कोशिश है कि कांग्रेस और जेडीएस मिलकर भी बहुमत के लिए जरूरी 112 सदस्यों का समर्थन पत्र राज्यपाल को न दे सकें। हालांकि इन दोनों दलों ने जितनी सीटें जीती हैं, वो बहुमत से भी ज्यादा हैं।
कर्नाटक चुनाव 2018: 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी बीजेपी, पर बहुमत से 8 सीट दूर
बुधवार को कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग में पार्टी के 4 विधायक गायब रहे। इसके अलावा जेडीएस के दो विधायक भी अपनी पार्टी की मीटिंग में नहीं पहुंचे। इन विधायकों के भाजपा के संपर्क में होने की भी बात कही जा रही है। इसके साथ ही एक निर्दलीय विधायक ने भी बीजेपी को समर्थन दिया है।
वहीं, कुमारस्वामी ने दो विधानसभा सीटों से विजय हासिल की है। लिहाजा बीजेपी राज्यपाल के जरिए दबाव बनाएगी कि कुमारस्वामी विश्वास मत से पहले दो में से एक सीट से इस्तीफा दें। भाजपा चाहती है कि कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला सबसे बड़ी पार्टी यानी बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता और विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए वक्त दें।
रोड रेड मामला: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सिद्धू को बड़ी राहत, हुए भावुक
विधानसभा में विश्वास मत के दौरान कांग्रेस और जेडीएस के कम से कम 15 विधायकों को गैर हाजिर रखने की प्लानिंग है। इससे सदन में संख्या बल 222 से घटकर 207 हो जाएगा। इसके बाद बीजेपी अपने 104 विधायकों के दम पर आसानी से बहुमत साबित कर लेगी। बहुमत का जादुई आंकड़ा 112 से घटकर 104 पर आ जाएगा।