नई दिल्ली। 11 मई 1998 को पोखरण में हुए परमाणु परिक्षण की आज 20वीं वर्षगांठ है। जिसे बीजेपी अपने रंग में रंगने की कोशिश कर रहीं है। पार्टी इस मौके पर हर जिले में युवा शक्ति सम्मेलन आयोजित कर रही है। इसमें युवाओं को परीक्षण की प्रक्रिया, आवश्यकताओं और उससे उपजे ‘स्वाभिमान’ के भाव से अवगत करवाया जाएगा।
दो आधिकारिक परमाणु बम परीक्षण
बता दे कि भारत की ओर से अब तक दो आधिकारिक परमाणु बम परीक्षण कार्यक्रम हुए हैं। पहला परमाणु परिक्षण पहला 1974 में इंदिरा गांधी की अगुआई में किया गया था, जिसे ऑपरेशन ‘स्माइल बुद्धा’ नाम दिया गया था। इसके 24 साल बाद प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 11 मई 1998 को राजस्थान के पोखरण में पांच परमाणु परीक्षण किए गए थे।
इस अभियान की तकनीकी अगुआई पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने की थी। फिलहाल, इसे याद कर भाजपा की नजर युवाओं में ‘राष्ट्रवाद’ के प्रसार पर है, जिसकी प्रतिक्रिया में उसकी जड़ और मजबूत हो सके।
बीजेपी यूथ विंग को जिम्मेदारी
कार्यक्रम की जिम्मेदारी पार्टी की बीजेपी यूथ विंग को दी गई है। बीजेपी हर जिले में युवा शक्ति सम्मेलन आयोजित करेगी, जिसमें वरिष्ठ पदाधिकारी वक्ता के तौर पर मौजूद रहेंगे। इस दौरान चित्र प्रदर्शनी भी लगेगी, जिसमें पोखरण की झलकियां शामिल होंगी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि सम्मेलन के बहाने अटल से लेकर नरेंद्र मोदी तक के ‘राष्ट्रीय स्वाभिमान’ को लेकर उठाए गए कदमों पर चर्चा होगी।