पटना। जीएसटी को लेकर बीजेपी के ही नेता ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवन्त सिन्हा ने पीएम मोदी से मांग की है कि वो अरुण जेटली को वित्त मंत्री के पद से हटा दे। उन्होंने कहा कि जेटली ने जीएसटी का पूरी तरह से कबाड़ा कर दिया है, इसलिए इसमें आमूल-चूल परिवर्तन करना होगा और इसके लिए वित्त मंत्री को बदला जाना चाहिए। सिन्हा ने पीएम मोदी को सलाह दी की वे पूर्व वित्त सचिव विजय केलकर की अध्यक्षता में एक समिति का गठन करे और जीएसटी को प्रभारी बनाने के लिए उनसे सुझाव लेकर इसमें बदलाव करें। सिन्हा ने जीएसटी को लेकर कहा कि इसका ढाचा इतना ढीला है कि इसमें रोज परिवर्तन करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी को बनाने में अपने दिमाग का इस्तेमाल ही नहीं किया है और जीएसटी का पूरा कबाड़ा करके रख दिया है। उन्होंने कहा कि रेट में परिवर्तन जैसे पैबंद लगाने से कुछ नहीं होगा। इसी के साथ सिन्हा ने नोटबंदी को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी पर केंद्र सरकार झूठ बोल रही है। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई को दौरान तब के अटॉर्नी जनरल मुकुस रोहतगी ने दावा किया था कि पांच लाख करोड़ रुपये वापस नहीं आएगा, लेकिन 99 फीसदी पैसा वापस आ गया।
उन्होंने कहा कि इससे साबित होता है कि सरकार का ये कदम अपने उद्देश्यों को पाने में असफल रहा है, लेकिन उन्होंने माना की पूरे देश में एक रेड राज चल रहा है। सिन्हा ने आरक्षण के मुद्दे पर एक आयोग के गठन करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस नए आयोग का उद्देश्य होना चाहिए कि आखिर आरक्षण का लाभ कितने लोगों को मिल रहा है। इसके अलावा उन्होंने सुझाव दिया की आरक्षण को कितने प्रभावी रूप से लागू किया जाना है।
साधना सिंह की आपत्तिजनक टिप्पण पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया स्वत: संज्ञान लिया