नई दिल्ली: पूर्व मंत्री व भाजपा नेता मोनाजिर हसन जदयू ने भाजपा का दामन छोड़ जदयू का दामन थाम लिया है। वे बीते दिनों जदयू में शामिल हो गए हैं। हसन ने जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जदयू में आने का फैसला मोनाजिर हसन का अपना है। इस दौरान सदस्यता ग्रहण करने के बाद हसन ने कहा कि मैं घर वापस आ गया हूं। वहीं मोनाजिर हसन के जदयू में शामिल होने पर भाजपा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
राजद कार्यकर्ता के रूप में की थी राजनीतिक करियर कि शुरूआत
मोनाजिर हसन ने अपना राजनीतिक करियर कि शुरूआत मुंगेर से की थी। उन्होने राजद कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की थी। बाद में राजद ने उन्हें मुंगेर से टिकट दिया और वे वहां से जीत भी गए थे। लालू प्रसाद ने उन्हें मंत्री बनाया था। इसके बाद बिहार में एनडीए का शासन आने पर मोनाजिर हसन जदयू में शामिल हो गए। हालांकि उनके जदयू में रहते हुए भी उनकी पत्नी राजद के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं।
इसी बीच बिहार में भाजपा और जदयू में दूरी बन गई थी और 2014 में जदयू ने भाजपा से रिश्ता तोड़ दिया था। नीतीश कुमार के इस फैसले से नाखुश होकर मोनाजिर हसन ने जुलाई 2014 में अपने समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया। बता दें चार बार मुंगेर से विधायक रहे मोनाजिर हसन 2009 में बेगूयराय से लोकसभा के लिए चुने गए थे।