कोलकाता। नोटबंदी को 01 साल पूरे हो चुके। इस अवसर पर बुधवार को देश भर में काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा। सात नवम्बर को रात 12 बजे के बाद फेसबुक को काला कर दिया गया। इसके बाद इस अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देशानुसार वीरभूम जिला के तृणमूल सांसद अनुपम हाजरा ने फेसबुक पर दाहिने हाथ की उंगली वाली फोटो अपलोड किया।
जिसके बांई ओर लिखा है-‘नोट बैन’। उसके नीचे अनुपम के नाम सहित उनके पद का उल्लेख किया गया है। सोशल मीडिया पर इस पोस्ट के बाद से ही राजनैतिक महलों में आलोचनाएं की जा रही है।
बता दें कि लोगों का कहना है कि एक सांसद ऐसा काम कैसे कर सकते हैं? जबकि आठ नवम्बर तड़के किसी भी राजनेता या तृणमूल के नेता को फेसबुक काला करते नहीं देखा गया। हालांकि मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीटर अकाउन्ट को काला कर दिया है। 08 नवम्बर 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबन्दी की दिल्ली में घोषणा कर दी। यह भी घोषणा की गई थी कि 500 एवं 1000 के नोट खारिज कर दिए जाएंगे। जिसके बाद से ही लोगों में सनसनी फैल गई। यह घोषणा काले धन को जब्त करने के उद्देश्य से की गई लेकिन विरोधी पार्टियों का कहना है कि सरकार अब तक काले धन को जब्त करने में असफल रही है।
वहीं इससे आम जनता को सिर्फ नुकसान हुआ है, फायदा नहीं। हां अगर लाभवान हुए तो सिर्फ बड़े नेता या मंत्री। मामला यहीं तक नहीं देशभर में कितने ही लोग रुपये जमा करने के लिए कभी बैंकों के कतार तो कभी एटीएम खड़े होकर अपनी प्राणों की आहुती दे दी। कई तो बीमार पड़ गए, कितनों ने तो आत्महत्या तक कर ली। जानें कितनों के शादी रुक गई तो कितनों की शादी ही टूट गई। असंख्य आम लोगों ने तो अपने जमा रुपए अब तक जमा ही न कर पाए हैं।