गुवाहाटी। गुवाहाटी के वर्षापाड़ा में टी-20 मैच में ऑस्ट्रेलिया के हाथों भारत की करारी हार हुई। मैच के बाद बीती रात बर्षापाड़ा स्टेडियम से होटल लौट रही ऑस्ट्रेलियाई टीम पर पत्थरों से हमला किए जाने की घटना सामने आई। घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा करने के निर्देश दिए हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम की बस को निशाना बनते हुए बीती रात को कुछ सिरफिरों ने पत्थर फेंका, जिसमें बस का एक शीशा पूरी तरह टूट कर चकनाचूर हो गया। घटना की खबर मिलते ही असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने असम पुलिस के डीजीपी मुकेश सहाय को निर्देश दिया है कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कर आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
बता दें कि इस घटना को भारत की हार से निराश लोगों की तरफ से की गई कार्रवाई बताया जा रहा है। जबकि कुछ लोग का मानना है कि दर्शकों के द्वारा इस तरह की घटना को अंजाम नहीं दिया गया है। इसके पीछे कुछ शरारती तत्व हो सकते हैं। संभवतः यह सोची-समझी साजिश भी हो सकती है।
वहीं इस घटना का जिक्र करते हुए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एरोन फिंज ने अपने ट्वीटर हैंडल पर बस के टूटे हुए शीशे की तस्वीर जारी की है। घटना की जानकारी मिलते ही असम के स्वास्थ्य मंत्री व असम क्रिकेट एसोसिएशन (एसीए) के अध्यक्ष डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने ट्विटर पर इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि असम के लोगों से हमें इस तरह की उम्मीद नहीं थी। साथ ही कहा कि जो भी इस घटना में शामिल है उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
साथ ही इससे पहले वर्ष 2008 में 29 नबंर को गुवाहाटी के नेहरू स्टेडियम में एक दिवसीय मैच बरसात की वजह से रद्द होने के बाद दर्शकों ने जमकर उत्पात मचाया था। स्टेडियम के 8 नंबर गैलरी में सबसे अधिक दर्शकों ने उत्पात मचाया था। पुलिस को दर्शकों पर लाठीचार्ज करनी पड़ी थी। उस घटना के बाद गुवाहाटी में एक भी अंतराष्ट्रीय क्रिकेट मैच नहीं था। 8 वर्ष बाद पुनः क्रिकेट खेल का आयोजन हुआ, जिसको लेकर दर्शकों में भारी उत्साह था। ऐसे में इस तरह की घटना ने गुवाहाटी को बेहद शर्मशार किया है।