नई दिल्ली। कृर्षि कानुनों के खिलाफ हो रहे किसान आंदोलन को आज 40वां दिन है। सड़कों पर उतर कर आंदोलन कर रहे किसान नेताओं की सरकार के साथ आठवें दौर की बातचीत सोमवार को होनी है। आठवें दौर की बातचीत से पहले ही किसान नेताओं के तेवर सख्त दिखाई दे रहे हैं। सरकार के साथ 8वें दौर की बातचीत को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार गोल.गोल घुमा देती है। बैठक में सरकार तीनों बिल वापस लेने से मना कर देगी। एमएसपी पर कानून बनाने को लेकर कमेटी बनाने को कहेगी। फिर चाय पी जायेगी। यही बैठक में होगा।
ये मांगें पूरी न होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी
किसान नेताओं की सरकार के साथ आठवें दौर की बातचीत से पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार के साथ बैठक का एजेंडा. स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्टए तीन कृषि क़ानूनों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर क़ानून बने। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि सरकार बात मान ले, अगर मांगें पूरी नहीं होती तो आंदोलन चलेगा।
अब तक 60 किसान गंवा चुके हैं अपनी जान टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन के दौरान अब तक 60 किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। हर 16 घंटे में एक किसान मर रहा है। इसका जवाब देना सरकार की जिम्मेदारी है।आपको बता दें कि इससे पहले 30 दिसंबर को सरकार और 41 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई थी। इसमें दो मुद्दों बिजली बिल और पराली बिल पर सहमति बनी थी।