नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश चुनाव के पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ, चुनाव आयोग द्वारा प्राप्त आंकडों के मुताबिक पहले चरण में 63 प्रतिशत मतदान हुए। प्रदेश के 15 जिलों के 73 विधानसभा सीटों के लिए हुए मतदान में करीब 870 प्रत्याशियों का भविष्य मतदाताओं ने वोटिंग मशीन में कैद कर दिया है।चुनाव के इस पहले ही चरण में ही कई सूरमाओं की परीक्षा भी हुई है। आज से एक माह बाद 11 मार्च को इन दिग्गजों पर जनता का फैसला आएगा।
यूपी चुनाव की घोषणाएं होने के पहले से ही पश्चिम यूपी के कैराना पर सम्पूर्ण देश की निगाहें बनी हुई हैं। कैराना से हिंदुओं के पलायन का मुद्दा उठाने वाले भाजपा सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा को इन सीटों पर काउंटर पोलराइजेशन का भरोसा है। मृगांका के सामने उनके ही चचरे भाई अनिल चौहान आरएलडी से खड़े हैं। ऐसे में हुकुम सिंह के लिए ये चुनौती वाली बात ही होगी कि वे साबित करें कि उनके उठाए मुद्दे का लोगों की तरफ जनता का समर्थन है। वहीं मुजफ़्फरनगर दंगों में आरोपी सरधना से बीजेपी विधायक संगीत सिंह सोम और थानाभवन से सुरेश राणा का भी चुनाव जीतना या हारना बहुत हद तक प्रतीकात्मक होगा।
विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 15 जिलों में वोट डाले गए हैं। पहले चरण में गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, हापुड़, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, ,बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबादा, एटा, कासगंज में वोट डाले गए है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 73 सीटों पर सभी राजनैतिक दलों ने अपने अपने दांव चले है। कुल 839 उम्मीदवार मैदान में हैं। जनता ने आज मतदान से इन सबका भविष्य ईवीएम में कैद कर दिया है।